इस परिवार को सलाम, चार महीनों में खिलाया छह लाख गरीब और मजबूर लोगों को खाना, खर्च कर दिए दो करोड़ रुपए
By अमित कुमार | Updated: January 4, 2021 20:21 IST2021-01-04T20:19:07+5:302021-01-04T20:21:16+5:30
भारत में कोरोना महामारी ने बहुत से लोगों के दो वक्त की रोटी के साधन को छीन लिया था। ऐसे में कुछ लोगों ऐसे भी रहे जो गरीब और बेसहारा के लिए हमेशा मदद के लिए आगे रहे।

कोरोना काल में गरीबों की मदद के लिए आगे आया यह परिवार। (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
कोरोना वायरस ने रोज कमाने और रोज खाने वालों की जिंदगी पर खासा प्रभाव डाला है। किसी भी महामारी की सबसे बड़ी मार हाशिए पर मौजूद ग़रीब तबका सहता है। कोरोना के दौरान भी ऐसा ही देखने को मिला। लाखों लोगों की जिंदगी को इस वायरस ने पूरी तरह से बदलकर रख दिया है। लोगों के काम करने के तरीकों में भी अब पहले से काफी बदलाव आ गए हैं।
ऐसे में गरीबों की भूख मिटाने के लिए एक परिवार ने कोरोना काल में कुछ ऐसा किया जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। इस परिवार ने महज चार महीनों में छह लाख लोगों को खाना खिलाया, जिसके लिए उन्होंने दो करोड़ रुपए खर्च कर दिए। दरअसल, आंध्र प्रदेश के तेनाली में विष्णुभटला अंजनिया च्यानुलु नामक शख्स के परिवार वालों ने यह कारनामा कर दिखाया है।
विष्णुभटला अंजनिया च्यानुलु सालों से एक ट्रस्ट चला रहे हैं। 27 साल पहले श्री चंद्रशेखर गुरु पादुका पीठम और श्री रामायण नवान्निका यज्ञ ट्रस्ट की स्थापना की थी। यह ट्रस्ट लोगों की मदद का काम करती है। लेकिन कोरोना काल में इस ट्रस्ट ने हर जरूरतमंद और गरीब लोगों की खाने की जरूरत को पूरा करने की कोशिश की। इस दौरान इन्होंने 2 करोड़ रुपये खर्च भी किए।
विष्णुभटला ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने शुरुआत में तकरीबन 50 किलो भोजन लोगों के बीच बांटे। लेकिन इतना करने के बाद भी उनका मन विचलित हो रहा था। फिर उन्होंने आस-पास के इलाकों में जाकर ऐसे लोगों के बारे में जानकारी हासिल की। जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल पा रही थी। इसके बाद करीब 6 हजार लोगों को लगातार चार महीनों तक खान खिलाया।