एयरो इंडिया 2023: "यह एक शो नहीं बल्कि भारत की समृद्धि और शक्ति का है एक उदाहरण है...", बोले पीएम मोदी, जानें कार्यक्रम से जुड़ी जरूरी बातें
By अनुभा जैन | Published: February 13, 2023 05:51 PM2023-02-13T17:51:30+5:302023-02-13T18:17:06+5:30
एयरो इंडिया 2023 पर बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि "भारत का रक्षा क्षेत्र हमारे राष्ट्र को अधिक मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। रक्षा क्षेत्र ने एक लंबा सफर तय किया है और सफलता के कई पड़ाव हासिल किए हैं और ये सफलताएं रक्षा क्षेत्र में मील के पत्थर बने हैं।"
बेंगलुरु: "शो में 100 देशों की भागीदारी भारत में दुनिया के बढ़ते हुए विश्वास को प्रदर्शित करती है। पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए, इस साल दुनिया भर से 700 प्रदर्शक इस शो में भाग ले रहे हैं, जिसमें भारत के MSME, स्टार्ट-अप और विश्वभर की कंपनियां शामिल हैं।
यानी एयरो इंडिया शो की थ 'द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज' धरती से लेकर आसमान तक हर जगह नजर आ रही है। एरो इंडिया का कार्यक्रम भारत की समृद्धि और शक्ति का एक उदाहरण है।" यह कहना था भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जो येलंका एयरबेस बैंग्लोर में आयोजित 14वें एरो शो और प्रदर्शनी के उदघाटन समारोह में बोल रहे थे।
एरो इंडिया 2023 को लेकर क्या बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि एरो इंडिया शो भारत की नई विचार प्रक्रिया और दृष्टिकोण को दर्शाता है। रक्षा कंपनियों के लिए भारत न केवल एक बाजार है बल्कि एक संभावित रक्षा भागीदार भी है। यह साझेदारी उन देशों के साथ है जो रक्षा क्षेत्र में अग्रणी हैं।
भारत उन देशों के लिए भी एक मजबूत भागीदार या पार्टनर के रूप में उभर रहा है जो रक्षा में भागीदारों की तलाश कर रहे हैं क्योंकि भारत की तकनीक इन साझेदार देशों के लिए लागत प्रभावी और विश्वसनीय है। यहां भारत में इन देशों को बेहतरीन इनोवेशन और इंटेंट भी मिलेगा।
शो के दौरान पीएम मोदी ने बताया भारत का लक्ष्य
इस पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि हिंद महासागर में तेजस लड़ाकू विमान, आईएनएस विक्रांत मेक इन इंडिया अभियान के विस्तार का प्रमाण है और भारत की ताकत और शक्ति को दर्शाता है। हमारा लक्ष्य 2024-25 तक 1.5 बिलियन के निर्यात को 5 बिलियन डॉलर पर लाना है। भारत के ये आविष्कार हमारे देश के लिए लॉन्चपैड का काम करेंगे। यहां से भारत खुद को सबसे बड़े रक्षा निर्माता देशों में शामिल करने के लिए आक्रामक तरीके से काम करेगा।
पीएम ने आगे कहा कि एरो शो कर्नाटक में हो रहा है, यानी टेक्नोलॉजी का हब जो कर्नाटक के युवाओं के लिए नए अवसर और रोजगार पैदा करेगा। उन्होंने कहा, "मैं युवाओं और कर्नाटक राज्य से राष्ट्र को और अधिक शक्तिशाली बनाने की अपील करता हूं, विशेष रूप से युवा अपनी प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काबलियत के माध्यम से रक्षा क्षेत्र को और मजबूत बनायें जिससे रक्षा क्षेत्र में नए रास्ते और नवाचार खुलेंगे।"
ऐसे में इस अवसर पप्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एरो इंडिया 2023 स्मारक डाक टिकट भी जारी किया गया।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने क्या कहा
वहीं इस अवसर पर, अपने स्वागत भाषण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत का रक्षा क्षेत्र हमारे राष्ट्र को अधिक मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। रक्षा क्षेत्र ने एक लंबा सफर तय किया है और सफलता के कई पड़ाव हासिल किए हैं और ये सफलताएं रक्षा क्षेत्र में मील के पत्थर बने हैं।
एरो इंडिया शो भारत के रक्षा क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियों में से एक है।" उन्होंने आगे कहा कि कर्नाटक के तुमकुरु, लखनऊ और बेंगलुरु में आज जिन कार्यक्रमों का उद्घाटन किया गया, वे हमारे देश के आर्थिक और औद्योगिक विकास को दर्शाते हैं।
आज का कार्यक्रम कर्नाटक के आर्थिक और औद्योगिक विकास के लिए पीएम मोदी की प्रतिबद्धता की अभिव्यक्ति है। इस वर्ष वैश्विक मंच पर भारत की जी20 अध्यक्षता विश्व मानचित्र पर बेहतर स्थिति और हमारे राष्ट्र की बेहतर छवि को दर्शाती है। भारत जल्द ही दुनिया की मजबूत अर्थव्यवस्था के तौर पर स्थित पांचवें स्थान से तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।
प्रमुख प्रदर्शकों में ये कंपनिया थी शामिल
इस अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित रक्षा और सरकारी क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग की ओर से एरो इंडिया का आयोजन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा किया जा रहा है।
प्रमुख प्रदर्शकों में एयरबस, बोइंग, डसॉल्ट एविएशन, लॉकहीड मार्टिन, इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्री, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, आर्मी एविएशन, एचसी रोबोटिक्सए एस.ए.ए.बी, साफरान, रॉल्स रॉयस, लारसेन एंड टर्बो, भारत फोर्ज लिमिटेड, भारत इलेक्टरोनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) और बीईएमएल लिमिटेड जैसी रक्षा और विमान निर्माण कंपनियां शामिल हैं।
क्या था इस आयोजन का उद्देश्य
इस आयोजन का उद्देश्य लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए)-तेजस, एचटीटी-40, डॉर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच), लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) और उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) जैसे स्वदेशी हवाई प्लेटफार्मों के निर्यात को बढ़ावा देना है।
यह भारतीय MSMEs और स्टार्ट-अप्स को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एकीकृत करेगा और विदेशी निवेश को आकर्षित करेगा। इस साल एरो शो में करीब पांच लाख दर्शकों के शामिल होने की उम्मीद है। एयरो इंडिया 2023 प्रदर्शनी में 809 रक्षा कंपनियां और 98 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।