वे समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समाधान की राष्ट्रनीति करते हैं : प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा
By भाषा | Published: November 19, 2021 06:46 PM2021-11-19T18:46:32+5:302021-11-19T18:46:32+5:30
महोबा (उत्तर प्रदेश), 19 नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने की केन्द्र की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘किसानों को हमेशा समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है, ये समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समाधान की राष्ट्रनीति करते हैं।’
महोबा में शुक्रवार को 3,240 करोड़ रुपये की लागत से बनी अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली बांध परियोजना, भावनी बांध परियोजना और मझगांव-चिल्ली स्प्रिंकलर सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री ने वीर आल्हा-उदल की धरती को प्रणाम किया।
उन्होंने कहा, ‘‘पीढ़ियों से जिस पानी का इंतजार था, वह इंतजार भी आज खत्म होने जा रहा है। इन सिंचाई परियोजनाओं से लाखों परिवारों को लाभ होगा। चार लाख से अधिक लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा।'' उन्होंने कहा कि बीते सात वर्षों में हम कैसे सरकार को बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने तक लाए हैं, महोबा उसका उदाहरण है।
पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ''इस कटु सत्य को कोई नहीं भुला सकता कि वे प्रदेश को लूटते हुए कभी नहीं थकते थे और हम काम करते हुए कभी नहीं थकते। वो समस्या की राजनीति करते हैं और हम समस्या के समाधान के रास्ते निकालते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखीं। पहली बार यहां के लोग विकास के लिए काम करने वाली सरकार देख रहे हैं।''
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं। किसानों के नाम पर घोषणाएं तो करते थे लेकिन किसान तक एक पाई नहीं पहुंचती थी। लेकिन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से हमने अब तक एक लाख 62 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में भेजे हैं।''
पानी की कमी की स्थानीय लोगों की समस्याओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''लोग इस क्षेत्र में बेटी ब्याहने से क्यों कतराने लगे, क्यों यहां की बेटियां पानी वाले क्षेत्र में शादी की कामना करने लगीं? इन सवालों के जवाब महोबा, बुंदेलखंड के लोग अच्छी तरह जानते हैं।’’
उन्होंने कहा कि परिवारवादियों की सरकारों ने दशकों तक उत्तर प्रदेश के अधिकतर गांवों को प्यासा रखा और कर्मयोगियों की सरकार ने सिर्फ दो साल के भीतर 30 लाख परिवारों को नल से जल दिया है।
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की पूर्ववर्ती सरकारों का नाम लिये बिना उन पर एक साथ निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शासन करने वालों ने बारी-बारी से इस क्षेत्र को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां के जंगलों, संसाधनों को कैसे माफिया के हवाले किया गया, यह किसी से छिपा नहीं है। अब इन्हीं माफिया पर उत्तर प्रदेश में जब बुलडोजर चल रहा है तो कुछ लोग हाय-तौबा मचा रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड में पानी की कमी और उसे लेकर कोई ठोस काम नहीं किए जाने का तंज पूर्ववर्ती सरकारों पर कसते हुए कहा, ''इन लोगों ने बुंदेलखंड के साथ जैसा बर्ताव किया उसे यहां के लोग कभी नहीं भूल सकते। नलकूप/हैंडपंप की बातें तो बहुत हुई लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने यह नहीं बताया कि भूजल के अभाव में उनसे पानी कैसे निकलेगा। बुंदेलखंड को लूटकर पहले की सरकार चलाने वालों ने अपने परिवार का भला किया, और आपका परिवार बूंद बूंद के लिये तरसता रहा, लेकिन इससे उनको कोई सरोकार नहीं रहा।''
उन्होंने तीन तलाक की प्रथा पर रोक लगाने वाले कानून का भी जिक्र किया और कहा,‘‘ मैंने महोबा की मुसलमान बहनों से किया गया अपना वादा पूरा किया है।’’
बुंदेलखंड की तुलना गुजरात के कच्छ से करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘वहां से भी लोग पलायन कर रहे थे। मुझे सेवा का अवसर मिला और आज कच्छ देश में सबसे तेजी से विकास करने वाले जिलों में एक है। मुझे भरोसा है कि बुंदेलखंड में भी वैसा ही विकास होगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने निकाला है। प्रकाश पर्व पर गुरु नानक का याद करते हुए उन्होंने कहा कि पानी को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि पानी से ही सृष्टि को जीवन मिलता है।
कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उप्र सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।