किसान महापंचायत का मंच टूटा, बोले टिकैत : भाग्यवानों के टूटते हैं मंच
By भाषा | Updated: February 3, 2021 17:51 IST2021-02-03T17:51:49+5:302021-02-03T17:51:49+5:30

किसान महापंचायत का मंच टूटा, बोले टिकैत : भाग्यवानों के टूटते हैं मंच
जींद, 03 फरवरी जींद में बुधवार को किसान आंदोलन के समर्थन में महापंचायत में मंच पर जैसे ही भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे तो भीड़ अधिक होने के कारण मंच टूट गया। मंच टूटते ही गुरनाम सिंह चढूनी और राकेश टिकैत नीचे आ गिरे।
महापंचायत में उम्मीद से भी अधिक भीड़ भीड़ थी। राकेश टिकैत जब मंच पर बोलने वाले थे तो उससे चंद मिनट पहले ही मंच टूट गया। उस दौरान गुरनाम सिंह चढूनी और राकेश टिकैत मंच पर थे। मंच के टूटते ही वहां हड़कंप मच गया लेकिन कुछ ही देर बाद टिकैत दोबारा मंच पर आए। उन्होंने कहा कि मंच भाग्यवानों के टूटते हैं।
पहले महापंचायत गांव के बीच स्थित कंडेला खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर की जानी थी लेकिन भीड़ अधिक होने की संभावना के चलते सात एकड़ में बने खेल स्टेडियम को चुना गया है। कंडेला खाप ने एक बार फिर भीड़ इकट्ठी करके किसान आंदोलन को नई संजीवनी देते हुए अपनी ताकत का अहसास करवाया। महापंचायत में करीब 30 हजार किसान पहुंचे।
महापंचायत में खापों ने पांच प्रस्ताव पारित किए। उन प्रस्तावों कहा गया है कि तीन केंद्रीय कृषि कानून रद्द किए जाएं, एमएसपी पर कानूनी जामा पहनाया जाए। स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू किया जाए, किसानों का कर्जा माफ किया जाए तथा 26 जनवरी को पकड़े गए किसानों को और उनके जब्त किए गए ट्रैक्टरों, वाहनों को छोड़ा जाए तथा सभी दर्ज मामले वापस किए जाएं। इन पांचों प्रस्तावों को कंडेला खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने पढ़ कर सुनाया और उपस्थित भीड़ को हाथ उठा कर समर्थन किया। कंडेला ने बताया कि इस महापंचायत में 100 से अधिक खापें, तपे, बारह के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।
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