कोविड-19 संक्रमण फैलने की वजह डेल्टा स्वरूप है : आईएनएसएसीओजी
By भाषा | Published: August 20, 2021 02:17 PM2021-08-20T14:17:29+5:302021-08-20T14:17:29+5:30
जीनोम अनुक्रमण की सरकारी प्रयोगशालाओं के एक संघ ‘‘द इंडियन सार्स सीओवी2 जीनोमिक कंसोर्टियम’’ (आईएनएसएसीओजी) ने कहा कि भारत में कोविड-19 का संक्रमण फैलने की मुख्य वजह डेल्टा स्वरूप, संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील आबादी और संक्रमण रोकने में टीके का प्रभाव कम होना हैं। आईएनएसएसीओजी ने 16 अगस्त को जारी अपने ताजा बुलेटिन में कहा कि हालांकि टीकाकरण लोगों के गंभीर रूप से बीमार पड़ने और मौत होने से रोकने में काफी प्रभावी रहा है तथा संक्रमण को रोकने के लिए जन स्वास्थ्य उपाय और टीकाकरण अहम हैं। उसने कहा कि भारत में संक्रमण के सामने आए मामलों में डेल्टा स्वरूप के मामले अधिक हैं। देश में अभी तक डेल्टा प्लस स्वरूपों के 61 नमूनों का पता लगाया गया है। उसने कहा, ‘‘डेल्टा स्वरूप इस समय भारत में सबसे प्रमुख चिंताजनक स्वरूप है। भारत में संक्रमण के मामलों के लिए डेल्टा स्वरूप, संवेदनशील आबादी, संक्रमण रोकने में टीके का प्रभाव कम होना और संक्रमण के अवसर को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।’’ कोरोना वायरस की दूसरी लहर में मई में संक्रमण के मामलों के चरम पर पहुंचने के बाद, अब रोज आने वाले मामलों में कमी देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,63,605 हो गयी जो 150 दिनों में सबसे कम है और संक्रमण के कुल मामलों का 1.12 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 57 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। आईएनएसएसीओजी ने बताया कि इस बात को लेकर चिंता है कि क्या कोरोना वायरस के नए स्वरूप के कारण भारत में टीका लगवा चुके लोगों में भी संक्रमण बढ़ रहा है। उसने ब्रिटेन का उदाहरण भी दिया। करीब 6.7 करोड़ की आबादी वाले ब्रिटेन में संक्रमण के करीब 18 लाख मामले आए और अप्रैल 2021 के बाद से टीका लगवा चुके 1.2 लाख लोग डेल्टा स्वरूप से संक्रमित पाए गए।
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