क्रूज पार्टी के आयोजकों ने केन्द्र से अनुमति ली थी, महाराष्ट्र सरकार से नहीं : मलिक

By भाषा | Published: October 27, 2021 05:19 PM2021-10-27T17:19:00+5:302021-10-27T17:19:00+5:30

The organizers of the cruise party had taken permission from the Centre, not from the Maharashtra government: Malik | क्रूज पार्टी के आयोजकों ने केन्द्र से अनुमति ली थी, महाराष्ट्र सरकार से नहीं : मलिक

क्रूज पार्टी के आयोजकों ने केन्द्र से अनुमति ली थी, महाराष्ट्र सरकार से नहीं : मलिक

मुंबई, 27 अक्टूबर महाराष्ट्र के मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक ने बुधवार को दावा किया कि कॉर्डेलिया क्रूज़ पर कथित मादक पदार्थों की पार्टी के आयोजकों ने नौका के संचालन की अनुमति केन्द्र के ‘‘नौवहन निदेशालय’’ से ली थी, राज्य पुलिस या राज्य गृह विभाग से नहीं।

मलिक ने पत्रकारों से कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय मादक पदार्थ गिरोह का सदस्य उसी क्रूज़ जहाज पर मौजूद था। उन्होंने पूछा कि वह कैसे अब भी आजाद घूम रहा है, जबकि अन्य लोगों को क्रूज़ जहाज पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।

मंत्री ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े का जन्म प्रमाणपत्र सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वानखेड़े ने नौकरी के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया। मलिक ने कहा कि अगर उनके द्वारा साझा किया गया प्रमाण पत्र गलत निकला तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और राजनीति छोड़ देंगे।

मलिक ने कहा, ‘‘मैं आश्चर्यचकित हूं कि भाजपा नेता क्यों असहज हो रहे हैं जबकि मैं समीर वानखेड़े के बारे में खुलासा करने की कोशश कर रहा हूं।’’

एनसीबी ने दो अक्टूबर को मुंबई के तट पर एक क्रूज़ जहाज पर छापेमारी की थी, जिसमें कथित तौर पर मादक पदार्थ जब्त किए गए थे। मामले में बाद में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और अन्य कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

मलिक ने क्रूज़ जहाज पर मादक पदार्थ पार्टी के भंडाफोड़ को बार बार ‘‘फर्जी’’ बताया है और इस मामले की जांच की अगुवाई कर रहे वानखेड़ पर कई आरोप लगाए हैं।

मंत्री ने बुधवार को कहा, ‘‘ कॉर्डेलिया क्रूज़ पर पार्टी के आयोजक ‘फैशन टीवी’ ने नौका के संचालन की अनुमति महाराष्ट्र पुलिस या राज्य के गृह विभाग से नहीं ली थी। उन्होंने नौवहन निदेशालय से अनुमति ली थी, जो केन्द्रीय बंदरगाह, नौवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के अधीन आता है।’’

मलिक ने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि दिल्ली से एनसीबी के शीर्ष अधिकारियों की एक समिति यहां आई है। उन्हें एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े, केपी गोसावी, प्रभाकर सैल और वानखेड़े के चालक के माणे के निजी फोनों पर आए सभी कॉल की सघन जांच करनी चाहिए। आपको कोई बयान दर्ज नहीं करने पड़ेंगे। फोन कॉल से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।’’

मंत्री ने दावा किया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय मादक पदार्थ गिरोह का एक सदस्य भी उसी क्रूज़ जाहज पर मौजूद था।

राकांपा के प्रवक्ता ने पूछा, ‘‘ पार्टी की कुछ वीडियो सामने आई है, जिनमें एक दाढ़ी वाले व्यक्ति को देखा जा सकता है। मुझे बताया गया है कि वह पहले तिहाड़ जेल (दिल्ली) में और राजस्थान की जेल में बंद था। एनसीबी के दिल्ली से आए दल को क्रूज़ पर लगे सीसीटीवी की फुटेज देखनी चाहिए। कैसे कुछ लोग गिरफ्तार हुए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय मादक पदार्थ गिरोह का यह सदस्य आजाद घूम रहा है।’’

मलिक ने कहा कि अगर उनके द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किया गया वानखेड़े का जन्म प्रमाणपत्र फर्जी निकला तो, ‘‘ मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा और राजनीति भी छोड़ दूंगा। अगर मेरे दावे सही साबित हुए तो समीर वानखेड़े कम से कम मुझसे और मेरे परिवार से माफी मांगे। उनकी नौकरी तो यकीनन जाएगी।’’

मलिक ने दावा किया कि वह एनसीबी के शीर्ष अधिकारियों को ‘सुराग’ दे रहे हैं जिन्हें इस मामले की जांच करने की जरूरत है।

मंत्री ने कहा, ‘‘उन्हे पता लगाना चाहिए कि समीर वानखेड़े के मित्र कौन हैं और वह कैसे मादक पदार्थ के करोबारी सैम डीसूजा के संपर्क में आए। जहां तक मेरी जानकारी है तो किरण गोसावी ने अपने फ्लैट से करीब 50 लाख रुपये नकद लिए थे और बाद में उसने दूसरा बैग सैम डीसूजा को दिया था। यह संदिग्ध लेनदेन है।’’

मलिक ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि भारी मात्रा में गोवा आपूर्ति किए जाने वाले मादक पदार्थ पर ‘दाढ़ी वाला व्यक्ति ’ नियंत्रण करता है जो कॉर्डेलिया जहाज पर हो रही पार्टी में मौजूद था।

उन्होंने कहा, ‘‘एनसीबी द्वारा कई बार कार्रवाई करने की कोशिश के बावजूद समीर वानखेड़े ने हमेशा इन लोगों के खिलाफ किसी कार्रवाई का विरोध किया। एनसीबी अधिकारियों को इस कोण से भी जांच करनी चाहिए।’’

पत्रकारों के सवालों पर मलिक ने बताया कि उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से समीर वानखेड़े और उनकी पहली पत्नी शबीना कुरैशी की तस्वीर पोस्ट की है।

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी शादी सात दिसंबर 2006 को लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स में हुई थी। उनके विवाह पंजीकरण में स्पष्ट तौर पर पिता का नाम दाऊद दर्ज है और समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं। उनकी शादी का एक गवाह अजीज खान था, जो समीर वानखेड़े की बड़ी बहन यास्मीन दाऊद वानखेड़े का पति है।’’

मंत्री ने यह भी दावा किया कि उन्होंने समीर वानखेड़े की जानकारी हासिल करने के लिए ‘अपने राजनीतिक विशेषाधिकार’ का इस्तेमाल नहीं किया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने किसी पुलिस अधिकारी से इस मामले में मदद करने को नहीं कहा। मुझे आश्चर्य है कि जब मैं समीर वानखेड़े के बारे में खुलासा करता हूं तो भाजपा नेता क्यों असहज होते हैं।’’

मलिक ने पहले भी समीर वानखेड़े के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं, जिनमें फोन ‘टैप’ करने और नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल शामिल है।

इस पूरे घटनाक्रम के बीच वानखेड़े मंगलवार को एनसीबी के दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने इन सभी आरोपों को खारिज किया है।

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