स्वास्थ्य विभाग ने माना कि फिरोजाबाद में वायरल व डेंगू बुखार से 41 मौतें हुई हैं

By भाषा | Published: September 1, 2021 11:02 PM2021-09-01T23:02:30+5:302021-09-01T23:02:30+5:30

The Health Department admitted that there have been 41 deaths due to viral and dengue fever in Firozabad. | स्वास्थ्य विभाग ने माना कि फिरोजाबाद में वायरल व डेंगू बुखार से 41 मौतें हुई हैं

स्वास्थ्य विभाग ने माना कि फिरोजाबाद में वायरल व डेंगू बुखार से 41 मौतें हुई हैं

उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि फिरोजाबाद में 41 लोगों की वायरल एवं डेंगू बुखार से मौत हो चुकी है, जिसमें 36 लोग शहर के हैं जबकि पांच ग्रामीण क्षेत्र से हैं। इनमें ज्यादातर बच्चे हैं जिन्हें निर्जलीकरण, पेट दर्द, प्लेटलेट गिरने के साथ बहुत तेज बुखार हुआ है और अनायास ही वे मौत का शिकार हुए हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने फिरोजाबाद जिले में डेंगू के कारण 44 लोगों की मौत के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए बुधवार को जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का तबादला कर दिया। शासन द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, फिरोजाबाद की मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीता कुलश्रेष्ठ को हटाकर अलीगढ़ के मलखान सिंह जिला अस्पताल में सीनियर कंसल्ट पद पर भेजा गया है। उनके स्थान पर हापुड़ के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार प्रेमी को फिरोजाबाद का नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। हालांकि, आदेश में नीता कुलश्रेष्ठ को हटाने का कारण नहीं बताया गया है। अपर निदेशक स्वास्थ्य आगरा मंडल ए के सिंह एवं फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ संगीता अनेजा ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और वार्ड में मरीजों का हाल भी जाना।बुधवार शाम अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने एक बयान में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि डेंगू व मच्छर जनित बीमारी के रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाये जायें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने फिरोजाबाद व आगरा के स्वास्थ्य, नगर विकास विभाग व पंचायतीराज की टीम को साफ-सफाई व जागरूकता के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आज जनपद फिरोजाबाद में स्वास्थ्य विभाग की तीन टीमें भेजी गईं तथा वहां के मेडिकल कॉलेज में 15 अतिरिक्त डाक्टर भी भेजे गए हैं।इससे पहले डॉ अनेजा एवं सिंह ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि अब तक 41 लोगों की वायरल एवं डेंगू बुखार से मौत हो चुकी है, जिसमें 36 लोग शहर के हैं जबकि पांच ग्रामीण क्षेत्र से हैं। उन्होंने बताया कि 18 सदस्यीय चिकित्सा दल अलग-अलग टुकडियों में मेरठ, आगरा एवं कानपुर से फिरोजाबाद पहुंच चुका है। इसके अलावा, सर्विलांस की टीम भी प्रभावित क्षेत्रों में घूमकर इस बात का पता लगा रही है कि जिन मच्छरों से यह बुखार फैल रहा है वह किस स्वरूप के हैं। बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने वायरल एवं डेंगू बुखार से हुई मौतों पर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया। इससे पहले फिरोजाबाद सदर क्षेत्र से भाजपा विधायक मनीष असीजा ने कहा था कि इस मच्छर जनित बीमारी से जिले में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है। उन्होंने बताया था कि सोमवार रात तीन लोगों तथा मंगलवार को दो लोगों की मौत के साथ जिले में डेंगू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है। बुधवार को अनेजा ने बताया कि अब तक 538 लोग पिछले एक सप्ताह में मेडिकल कॉलेज में अपना परीक्षण करा चुके हैं, जिसमें 126 मामलों में डेंगू पॉजिटिव आया है। उन्होंने बताया कि अभी तक जितने भी नमूने लिये गए हैं, उनमें किसी में भी कोविड-19 संक्रमण नहीं पाया गया है। उनका कहना था कि अचानक पानी की कमी एवं पेट में संक्रमण के साथ तेज बुखार आने के कारण बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और वह मौत का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सर्विलांस की टीम लगातार इस बात का पता लगा रही है कि किस स्वरूप का वायरस फिरोजाबाद जनपद क्षेत्र में फैला हुआ है। उनके अनुसार फिरोजाबाद की तरह मथुरा में भी डेंगू का कहर जारी है जिसमें यह पाया गया है कि जो बुखार है वह पशु जनित भी हो रहा है। इसकी भी जांच जारी है। उन्होंने बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का 11 सदस्यीय दल बुधवार रात तक फिरोजाबाद पहुंच जाएगा और वह स्थिति का जायजा लेगा। विधायक मनीष असीजा ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में 25 जगह शिविर लगाकर डेंगू के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। अखिलेश यादव ने बुधवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में डेंगू और अन्य तरह के बुखार से लोगों की मौतों पर चिंता जाहिर करते हुए राज्य की भाजपा सरकार पर केवल सत्ता बचाने में व्यस्त रहने का आरोप लगाया। अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में लचर स्वास्थ्य सेवाओं के कारण जनता बेहाल है। बारिश और जलभराव के कारण संचारी रोग तेजी से फैल रहे हैं। जलजनित बीमारियों से संक्रमित रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार की ओर से संक्रमण रोकने की दिशा में कोई प्रयास नहीं हो रहा है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल से 56 मौत होने के बाद भी शासन-प्रशासन की नींद नहीं टूटी। उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार सिर्फ सत्ता बचाने की जुगत में जुटी है जबकि राजधानी लखनऊ और समीपवर्ती जिले टाइफाइड की चपेट में हैं। मायावती ने बुधवार को कहा , ‘‘प्रदेश कोरोना संक्रमण के प्रकोप से अभी उबरा भी नहीं है कि बाढ़ की समस्या के साथ-साथ डेंगू आदि बुखार से भारी संख्या में बच्चों की हो रही मौतों की खबर अति-दुःखद व अति-चिन्तनीय है, जिसके प्रति सरकार को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है, वरना फिर हालात के बेकाबू होने से पूरे राज्य में लोग और भी ज्यादा परेशान होंगे।

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Web Title: The Health Department admitted that there have been 41 deaths due to viral and dengue fever in Firozabad.

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