एनडीए के सहयोगियों के बीच मतभेद सुलझाने के लिए पीएम मोदी ने दिया ये सुझाव, बनेगी समन्वय समिति!
By नितिन अग्रवाल | Published: November 18, 2019 08:08 AM2019-11-18T08:08:13+5:302019-11-18T08:08:13+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगियों के बीच पनपे मतभेद को दूर करने के लिए समन्वय समिति गठित करने का सुझाव दिया है. महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शिवसेना के राजग से अलग होने और दूसरे सहयोगियों से हो रहे मतभेदों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूर करने को कहा है. उन्होंने रविवार को राजग की दिल्ली में हुई बैठक में कहा कि सहयोगियों के बीच छोटे मतभेद गठबंधन के हितों के आड़े नहीं आने चाहिए.
प्रधानमंत्री ने राजग में शामिल दलों को विशाल परिवार कहकर संबोधित करते हुए कहा कि हमें एक विशाल जनादेश दिया गया है इसका सम्मान करें. समान विचारधारा के नहीं होने के बावजूद हम समान सोच रखने वाले दल हैं. छोटे अंतर से हमें बेचैन नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय के लिए एक समन्वय समिति बनाई जानी चाहिए.
राजग की बैठक में शामिल लोकजनशक्ति पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने बताया कि बैठक में शिवसेना राजग का सबसे पुराना घटक दल था इसलिए उसकी गैरमौजूदगी को महसूस किया गया. हाल ही में लोजपा की कमान संभालने वाल पासवान ने मांग की कि सहयोगियों के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए और एक राजग संयोजक नियुक्त किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि यह चिंता की बात है कि तेलुगु देशम पार्टी ने पहले गठबंधन छोड़ दिया और फिर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने किया. सभी आगामी सत्र में एक साथ काम करेंगे और इस तरह की और बैठकें होनी चाहिए.
सभी भाजपा सांसदों को उपस्थित रहने के निर्देश
कल शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र से पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी के सभी सांसदों को सत्र में ज्यादा से ज्यादा समय उपस्थित रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि सांसदों को सदन के समय का सदुपयोग कर लोकिहत के मुद्दों को उठाना चाहिए.