संसद पर आतंकी हमला, राज्यसभा सांसदों ने किया शहीदों को नमन, आतंकवाद बर्दाश्त नहीं
By भाषा | Published: December 13, 2019 12:53 PM2019-12-13T12:53:15+5:302019-12-13T12:53:15+5:30
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने संसद पर 13 दिसंबर 2001 को हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी में नौ लोगों की जान चली गई थी।
राज्यसभा में शुक्रवार को, संसद पर 2001 में हुए आतंकी हमले की 18वीं बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और आतंकवाद का पूरी दृढ़ता के साथ मुकाबला करने का संकल्प दोहराया गया।
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने संसद पर 13 दिसंबर 2001 को हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी में नौ लोगों की जान चली गई थी। उन्होंने कहा कि मृतकों में दिल्ली पुलिस के पांच जवान, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिलाकर्मी, संसद परिसर में तैनात एक वॉच एंड वार्ड कर्मचारी और एक माली शामिल थे।
उन्होंने कहा कि गोलीबारी में समाचार एजेंसी एएनआई के एक छायाकार की भी मौत हुई थी। सभापति ने कहा कि सुरक्षा बलों के सर्वोच्च बलिदान को याद करने के साथ साथ हम यह संकल्प दोहराते हैं कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर, किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आतंकवाद का पूरी दृढ़ता के साथ मुकाबला किया जाएगा।
इसके बाद सदन में शहीदों की स्मृति में कुछ पलों का मौन रखा गया। उल्लेखनीय है कि 18 साल पहले आज ही के दिन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों ने संसद पर हमला करते हुए गोलीबारी की थी जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में ये आतंकवादी मारे गए थे।