आतंकी समूह 'सिख फार जस्टिस' ने श्रीनगर में होने वाले जी-20 सम्मेलन के बहिष्कार की अपील की, एजेंसियां अलर्ट पर

By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 19, 2023 03:05 PM2023-05-19T15:05:43+5:302023-05-19T15:10:13+5:30

सिख फार जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से यूके के नंबरों से पिछले कई दिनों से कई मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के पास एक प्री-रिकार्डेड संदेश आना शुरू हुआ है। इस संदेश में आह्वान किया जा रहा है कि कश्मीरी स्वतंत्रता सेनानियों के नरसंहार का पर्दाफाश करने के लिए कश्मीरी श्रीनगर पहुंचें और हवाईअड्डे को ब्लाक कर दें।

Terror group 'Sikh for Justice' appeals to boycott G-20 conference to be held in Srinagar, agencies on alert | आतंकी समूह 'सिख फार जस्टिस' ने श्रीनगर में होने वाले जी-20 सम्मेलन के बहिष्कार की अपील की, एजेंसियां अलर्ट पर

जी-20 बैठक श्रीनगर में होनी है

Highlightsसिख फार जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत सिंह पन्नू संदेश फैला रहा हैरिकार्ड किए गए आडियो संदेशों को जम्मू-कश्मीर में फैलाया जा रहा हैऑडियो संदेश में कहा गया है कि कश्मीर भारत का नहीं है

जम्मू: श्रीनगर में जी-20 पर्यटन समूह की बैठक के संचालन के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में  पाकिस्तान की ओर से उठाए जाने के घंटों बाद, ब्रिटेन स्थित एक विरोधी समूह भी ‘बायकाट जी-20’ अभियान में कूद गया है। आतंकी गुट ‘सिख फार जस्टिस’ अर्थात एसएफजे के रिकार्ड किए गए संदेशों ने जम्मू कश्मीर में मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं को बैठक का बहिष्कार करने और श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को अवरुद्ध करने का आह्वान करना शुरू कर दिया है।

सिख फार जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से यूके के नंबरों से पिछले कई दिनों से कई मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के पास एक प्री-रिकार्डेड संदेश आना शुरू हुआ है। रिकार्ड किए गए संदेश में न केवल श्रीनगर में जी-20 बैठक के बहिष्कार का आह्वान किया गया है, बल्कि यह कहते हुए कि कश्मीर भारत का नहीं है, यह अलगाववादियों को जी-20  प्रतिनिधियों को आने से रोकने के लिए हवाई अड्डे पर धावा बोलने के लिए उकसा रहा है।

ऑडियो संदेश में दोहराया गया है कि कश्मीर भारत का नहीं है। इस संदेश में आह्वान किया जा रहा है कि कश्मीरी स्वतंत्रता सेनानियों के नरसंहार का पर्दाफाश करने के लिए कश्मीरी स्वतंत्रता सेनानी श्रीनगर पहुंचें और हवाईअड्डे को ब्लाक कर दें। जी-20 बैठक से पहले या उसके दौरान जम्मू कश्मीर में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर संभावित हमले का संकेत देते हुए, आडियो संदेश लगातार भारतीय सुरक्षा एजेंसियों पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहा है।

ऑडियो संदेश में कहा गया है कि श्रीनगर सम्मेलन का बहिष्कार करें और कश्मीरी पंडितों को बचाएं। यह संदेश आगे कहता है कि सुरक्षाबल कश्मीरी पंडितों को मारना चाहते हैं और कश्मीरी आतंकवादियों और पाकिस्तान को दोष देना चाहते हैं। इस डिजाइन को बंद करें। जी-20 का बहिष्कार करें। नई दिल्ली और पंजाब में किसान विरोध के बाद यह पहली बार है कि इस तरह के रिकार्ड किए गए आडियो संदेशों ने जम्मू कश्मीर में मोबाइल उपयोगकर्ताओं को सुनाना शुरू किया गया है।

सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीनगर में जी-20 की बैठक से पहले ही हाई अलर्ट जारी कर दिया है और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा अभियान और आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिए हैं। किसी भी फिदायीन हमले को विफल करने के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ कश्मीर घाटी में पहली बार एनएसजी और मार्कोस कमांडो तैनात किए गए हैं। भारतीय सेना और अर्धसैनिक बल अन्य स्थानों और बैठक वाले  क्षेत्रों के आसपास सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं।

सोमवार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) विजय कुमार के साथ संभागीय आयुक्त, कश्मीर, विजय कुमार बिधूड़ी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान किसी भी संभावित आतंकवादी हमले से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का आह्वान किया पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) में फील्ड अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के दौरान निर्णय लिया गया, जिसमें जी-20 शिखर सम्मेलन की व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई और भाग लेने वाले अधिकारियों को विशेष रूप से किसी भी आतंकवादी गतिविधि को रोकने के लिए रात के समय संयुक्त गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया।

Web Title: Terror group 'Sikh for Justice' appeals to boycott G-20 conference to be held in Srinagar, agencies on alert

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