चीन सीमा पर तनाव को देखते हुए भारतीय सेना ने एलएसी पर 5जी नेटवर्क की मांग की, जानिए वजह
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 28, 2022 03:33 PM2022-07-28T15:33:09+5:302022-07-28T15:51:24+5:30
जून 2020 में जब लाल सेना लद्दाख सेक्टर में एक लाख से अधिक जवानों के साथ एलएसी के कई इलाकों पर कब्जा किया तो खराब नेटवर्क के कारण भारतीय सेना को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा था।
जम्मूः लद्दाख सेक्टर में एलएसी पर चीनी सेना की घुसपैठ और तनाव के दो साल पूरे होने के बाद अप्रत्यक्ष युद्ध से निपटने की खातिर भारतीय सेना ने 5जी नेटवर्क की मांग की है। सेना ने इसके लिए कई कंपनियों से इस शर्त के साथ टेंडर भी मांगें हैं।
जून 2020 में जब लाल सेना लद्दाख सेक्टर में एक लाख से अधिक जवानों के साथ एलएसी के कई इलाकों पर कब्जा किया तो खराब नेटवर्क के कारण भारतीय सेना को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। इन मुसीबतों से छुटकारा अभी तक नहीं मिल पाया है।
दरअसल लाल सेना 18000 फुट की ऊंचाई पर अपने मजबूत संचारतंत्र के कारण भारतीय सेना पर हावी होती रही है क्योंकि वह 5जी नेटवर्क का इस्तेमाल कर रही थी। जबकि भारतीय सेना 4जी नेटवर्क का भी पूरा प्रयोग नहीं कर पा रही थी क्योंकि उसके अधिकतर नेटवर्क इन दुर्गम पहाड़ों पर अक्सर धोखा देते रहे हैं।
इन्हीं परेशानियों को देखते हुए सेना ऐसा 5जी नेटवर्क चाहती है जो सिर्फ वह ही इस्तेमाल कर सके। हालांकि सेना ने इस संबंध में डीआरडीओ से भी इस समस्या पर दो सालों से लगातार संपर्क साध रखा है। हालांकि उसे कोई हल नहीं मिल पाया। यही वजह है कि खराब नेटवर्क के कारण सेना को आप्रेशनल तैयारियों में रूकावटों का सामना करना पड़ता है।
सूत्रों ने बताया, चीन ने एलएसी पर अपने अग्रिम और कब्जे वाले इलाकों तक आप्टिकल फाइबर का जाल बिछा रखा है और भारतीय सेना मोबाइल टावरों के अतिरिक्त सेटेलाइट पर आधारित नेटवर्क पर ही टिकी हुई है जो कई बार ठीक से नहीं चल पाते थे।