तेलंगाना में कोरोना संक्रमित 11 लोगों का टेस्ट निगेटिव, CM चंद्रशेखर राव ने कहा- 30 मार्च को डिस्चार्ज होने की उम्मीद
By शिरीष कुलकर्णी | Published: March 29, 2020 11:42 PM2020-03-29T23:42:27+5:302020-03-29T23:42:27+5:30
तेलंगाना: अब तक तेलंगाना में कोरोना पीड़ितों की संख्या 70 तक पहुंती है। इनमें से एक व्यक्ति को पहले ही सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया था, जिसके साथ प्रधानमंत्री ने भी बातचीत की थी।
हैदराबादः तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि राज्य में कोरोना से संक्रमित लोगों में से 11 लोगों का टेस्ट रविवार निगेटिव पाया गया है और इसके साथ ही राज्य में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या घटकर 58 तक पहुँच गई है। उन्होंने निगेटिव पाए गए सभी लोगों को कल 30 मार्च को डिस्चार्ज किये जाने की उम्मीद जताते हुए 7 अप्रैल तक रज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या शून्य तक पहुँचे की उम्मीद जताई। हालाँकि उन्होंने सबी लोगों से देश को कोरोना के संकट से दूर रखने के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने की अपील की। संवाददाता सम्मेलन में चंद्रशेखर राव ने यह अपील की।
उन्होंने बताया कि अब तक तेलंगाना में कोरोना पीड़ितों की संख्या 70 तक पहुंती है। इनमें से एक व्यक्ति को पहले ही सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया था, जिसके साथ प्रधानमंत्री ने भी बातचीत की थी। उसने प्रधानमंत्रीजी को भी बताया कि गांधी अस्पताल में उपचार का काफी बेहतर प्रबंध है। इसके बाद रविवार को 11 लोगों का टेस्ट निगेटिव पाया गया है, जो एक खुशी का विषय है। इनकी फाइनल रिपोर्ट आज प्राप्त हुई है. हालाँकि उन्हें अभी डिस्चार्ज नहीं किया है। इन सभी को एक निश्चित समय सीमा के बाद ही डिस्चार्ज किया जाएगा। इस दौरान फिर एक बार उनकी स्वास्थ्य जाँच की जाएगी। उस जाँच में वे स्वस्थ पाए जाने पर ही उन्हें डिस्टचार्ज किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य में अभी भी 58 अन्य कोरोना संक्रमित अभी उपचाराधीन हैं। हालाँकि इन सभी की स्थिति भी सामान्य पाई गई है। इनमें से एक 76 वर्ष के व्यक्ति के कोरोना के अतिरिक्त किडनी के साथ कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ भी हैं, लेकिन उसे भी कोरोना का कुछ खास गंभीर संक्रमण नहीं है, इसके बावजूद उसके स्वास्थ्य पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। अन्य सभी संक्रमितों के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री के अनुसार उपरोक्त संक्रमित लोगों के अतिरिक्त 25,937 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इनमें से अधिकांश लोगों का 14 दिन का सम पूरा होने जा रही है। जबकि क्वारंटाइन में रखे गये लोगों की 5,2045 टीमों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है।
जिलाधिकारियों, जिला चिकित्सा अधिकारियों द्वारा फोन के ध्म से अथवा प्रत्यक्ष भेंट द्वारा विभिन्न प्रकार से जानकारी ली जा रही है। इन मे यदि कुछ गंभीर लक्षण पाये जाते हैं, तो ही उन्हें उपचार के लिए आगे स्थानांतरित किया जाता है, अन्यथा क्वारंटाइन का सम पूरा होने पर उन्हें छोड दिया जाता है।
इस प्रकार से 25,9,37 लोगों को अभी निगरानी में रखा गया है। उनके 30 मार्च से जैसे जैसे समय पूरा हो जाएगा, वैसे वैसे छोड दिया जाएगा। इसके बाद उनके स्वास्थ्य की निगरानी करने की आवश्कता नहीं है। उनमें कोरोना के किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं और ना ही उन्हें किसी प्रकार की अन्य स्वास्थ्य समस्याए हैं। इस प्रकार 7 अप्रैल तक तंलंगाना में कोरोना संक्रमितों की संख्या शून्य हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि निगरानी में रखे गये लोगों में से 1,899 लोगों का समय 30 मार्च को पूरा होगा। जबकि 31 मार्च को 1,440, 1 अप्रैल को 1,461, 2 अप्रैल को 1897, 3 अप्रैल को 1,476, 4 अप्रैल को 1,453, 5 अप्रैल को 914, 6 अप्रैल को 454, 7 अप्रैल को 397 लोगों का समय पूरा जाएगा। इस प्रकार 7 अप्रैल के बाद हमारे पास कोरोना से संक्रमित कोई भी व्यक्ति नहीं होगा। 10 से 11 अप्रैल तक क्वारंटाइन में रखे गए सभी लोगों को छोड़ दिया जाएगा। हालांकि यदि संक्रमण का कोई नया मामला सामने आता है, तो वह अलग बात होगी। लेकिन अब तक सामने आये मामलों की यह स्थिति है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना के संक्रमण का नया मामला सामने आने की संभावना काफी कम है। इसकी वजह देश के सभी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे बंद हैं। विमानों की सभी उड़ाने रद्द की गई हैं।, सभी बंदरगाहों को बंद किया गया हैं। इसी कारण अंतर्राष्ट्रीय स्तर से कोरोना के संक्रमण का खतरा नहीं है। वहीं अंतर्राट्रीय यात्रा कर लौटे सभी लोगों की पहचान कर उन्हें आवश्यक कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है। जैसे कोत्तागुडेम का मामला हो या करीमनगर का मामला हो, उन्हें नजदीक के अस्पतालों में भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भारत जैसे स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता नहीं होने वाले देश में भी लॉक डाउन के एक मात्र हथियार से कोरोना का जिस प्रकार सक्षमता के साथ मुकाबला किया जा रहा है, उसकी अंतर्राष्ट्रीय संतर के स्वास्थ्य चिकित्सक भी तारीफ कर रहे हैं। उनिहोंने पूरे देश को कोरोना के संकट से मुक्त रखने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित समय तक घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की।