तेलंगाना चुनाव से पहले गायब हो रहे हैं राज्य के 'उल्लू', वोटिंग से इसका कनेक्शन जान उड़ जाएंगे आपके होश
By पल्लवी कुमारी | Published: December 3, 2018 03:28 PM2018-12-03T15:28:18+5:302018-12-03T15:28:18+5:30
तेलंगाना चुनाव में सात दिसम्बर को वोटिंग होना है। जिसके नतीजे 11 दिसम्बर को आएंगे। तेलंगाना विधानसभा का चुनाव 2019 में लोकसभा चुनावों के साथ होने वाला था लेकिन मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के विधानसभा भंग करने के कारण अब राज्य विधानसभा का चुनाव चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम एवं राजस्थान के साथ ही हो रहा है।
तेलंगाना विधान सभा चुनाव सात दिसम्बर को होने वाले हैं। इससे पहले राज्य में एक नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में पुलिस ने छह लोगों को इंडियन ईगल आउल( भारतीय उल्लू) की तस्करी के लिए छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगों को तेलंगाना के बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस पूछताछ में इन तस्करों ने बताया कि तेलंगाना में चुनाव लड़ रहे कुछ राजनेताओं ने रात में जगने वाले पक्षियों का ऑर्डर दिया था और कहा था कि वह लोग उल्लू की तस्करी करे।
आखिर तेलंगाना के नेता ऐसा क्यों करवा रहे हैं
अब सवाल ये उठता है कि आखिर तेलंगाना के नेता ऐसा क्यों करवा रहे हैं। तो बता दें कि रात में जगने वाले पक्षियों का ऑर्डर इसलिए दिया गया था, ताकि वह अपने प्रतिद्वंद्वी लक को खराब कर सके। यानी उनका मानना है कि ऐसा करने से गुडलक बैडलक में बदल जाता है।
भारत में रात में जगने वाले सारे पक्षी( खासकर उल्लू) बैडलक के साइन
बता दें कि इंग्लैंड और दूसरे विदेशी देशों में माना जाता है कि रात में जगने वाले सारे पक्षी( खासकर उल्लू) अच्छी किस्मत लेकर आते हैं लेकिन हमारे यहां देश में रात में जगने वाले सारे पक्षी( उल्लू) को बुरी किस्मत का प्रतीक माना जाता है। ऐसे पक्षियों को काला जादू और मंत्र टोकका के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
तीन से चार लाख में बेचे जाते हैं उल्लू
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वह हर उल्लू को तीन से चार लाख में बेचते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, 'इंडियन ईगल आउल को कन्नड़ में कोम्बिना गूबे कहा जाता है।' लोगों का मानना है कि इन पक्षियों के जरिए लोगों को अपने वश में किया जाता है और इसके पीछे का तर्क भी अजीब है, उनका मानना है कि इन पक्षियों की बड़ी आंखें होती हैं जो लोगों को अपेन काबू में कर लेती है।
खबरों के मुताबिक नेताओं का प्लान था कि वह उल्लू को मारकर उसके बॉडी के पार्ट को, जैसे आंख, नाक, कान और शरीर के अन्य हिस्सों को प्रतिद्वंद्वी पार्टी के नेताओं के घर में फेकेंगे या फिर उनके घर के दरवाजों पर रख देंगे। इससे इनका मानना है कि सामने वाली किस्मत उसके खिलाफ हो जाएगी।
11 दिसंबर को चुनाव के नतीजे
टीआरएस प्रमुख एवं कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर की पार्टी ने 107 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि कांग्रेस महागठबंधन के तहत 94 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
तेलंगाना विधानसभा का चुनाव 2019 में लोकसभा चुनावों के साथ होने वाला था लेकिन मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के विधानसभा भंग करने के कारण अब राज्य विधानसभा का चुनाव चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम एवं राजस्थान के साथ ही हो रहा है।
पांच राज्यों में से राजस्थान और तेलंगाना में सात दिसंबर को चुनाव होंगे जबकि अन्य तीन राज्यों में मतदान हो चुके हैं। सभी पांचों राज्यों में मतगणना 11 दिसंबर को होने वाली है।