तेलंगाना में समयपूर्व चुनाव की अटकलों के बीच अप्रैल में अधिकतर चुनावी बॉन्ड हैदराबाद में भुनाए गए
By विशाल कुमार | Published: May 14, 2022 08:26 AM2022-05-14T08:26:01+5:302022-05-14T08:30:00+5:30
अप्रैल में बेचे गए 648 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड में से लगभग 425 करोड़ रुपये मूल्य के बॉन्ड हैदराबाद शाखा से बेचे गए, इसके बाद 100 करोड़ रुपये के चेन्नई शाखा में बेचे गए। बाकी बॉन्ड कोलकाता, मुंबई, नई दिल्ली और पणजी शाखाओं में बेचे गए।
नई दिल्ली: ऐसे समय में जब तेलंगाना में समयपूर्व चुनाव कराए जाने की अटकलें तेज हैं तब सूचना के अधिकार (आरटीआई) से पता चला है कि अप्रैल महीने में बेचे गए अधिकतर चुनावी बॉन्ड हैदराबाद में भुनाए गए।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, आरटीआई कार्यकर्ता कन्हैया कुमार के एक सवाल के जवाब में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने गुरुवार को कहा कि 1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक योजना की 20 वीं किश्त में 648 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे गए।
648 करोड़ रुपये में से लगभग 425 करोड़ रुपये मूल्य के बॉन्ड हैदराबाद शाखा से बेचे गए, इसके बाद 100 करोड़ रुपये के चेन्नई शाखा में बेचे गए। बाकी बॉन्ड कोलकाता, मुंबई, नई दिल्ली और पणजी शाखाओं में बेचे गए।
हालांकि, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने विधानसभा के जल्द चुनाव की बात को खारिज कर दिया था, जिसका कार्यकाल जनवरी 2024 तक है।
जनवरी में पिछली किश्त में, गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड चुनाव अभियान के दौरान कुल 1,213 करोड़ रुपये मूल्य के चुनावी बॉन्ड बेचे गए थे।
फरवरी में एसबीआई द्वारा कुमार को दिए गए एक अन्य आरटीआई जवाब के अनुसार, 1 जनवरी से 10 जनवरी तक बेचे गए इलेक्टोरल बॉन्ड अप्रैल 2021 के विधानसभा चुनावों की तुलना में लगभग दोगुने थे।