राजद में तेजप्रताप यादव प्रकरण से छिड़ा बड़ा घमासान, मौका देख जदयू ने किया तेजस्वी और लालू परिवार पर तीखा वार
By एस पी सिन्हा | Published: April 26, 2022 03:46 PM2022-04-26T15:46:26+5:302022-04-26T15:46:26+5:30
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल बड़े संघर्ष का सामना कर रही है. तेजप्रताप यादव पूर्व में कई बार बागी तेवर अपना चुके हैं. हालांकि इस बार वे आर-पार के मूड में नजर आ रहे हैं. मौजूदा उठापटक ने लालू यादव के विरोधियों को मौका दे दिया है.
पटना: तेजप्रताप यादव प्रकरण को लेकर राजद और लालू परिवार के अंदर घमासान छिड़ा हुआ है. तेजप्रताप ने राजद से इस्तीफा देने की घोषण कर दी है. उन्होंने ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'मैंने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का काम किया. सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया, जल्द ही अपने पिता से मिलकर अपना इस्तीफा दूंगा.'
अब तक खुद को छोटे भाई तेजस्वी यादव को अर्जुन बताकर खुद को सारथी कृष्ण के रूप में पेश करते आ रहे तेजप्रताप के इस ट्वीट को लालू परिवार में संभावित महाभारत के रूप में देखा जा रहा है. कुछ देर बाद तेजप्रताप ने फेसबुक पर मां राबड़ी देवी के साथ एक तस्वीर भी साझा की. जिसमें मां प्यार से उनके सिर को सहलाती दिख रही हैं.
सूत्रों के अनुसार तेजप्रताप की तरफ से इस्तीफे की पेशकश किए जाने के बाद अब तक लालू परिवार में से किसी ने उन्हें मनाने की कोशिश नहीं की है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लालू परिवार के अंदर इस बार तेजप्रताप के साथ कोई भी खड़ा नजर नहीं आ रहा.
तेजप्रताप यादव ने अपने ऊपर आरोप लगने के बाद सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए यह कहा था कि वह पार्टी छोडने का फैसला ले चुके हैं और लालू यादव से मुलाकात कर अपना इस्तीफा दे देंगे. तेजप्रताप को शायद यह उम्मीद रही होगी कि इस्तीफे कि बात करने के बाद उन्हें मनाने की पहल शुरू होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तेजप्रताप को ना तो लालू यादव और ना ही राबड़ी देवी ने मामले में मनाने का प्रयास किया. वहीं, छोटे भाई तेजस्वी यादव भी इस पूरे प्रकरण से खासे नाराज बताए जा रहे हैं.
माना जा रहा है कि तेजप्रताप ने इस तस्वीर से यह संकेत देने की कोशिश की है कि इस पारिवारिक झगडे में मां उनके साथ है. हालांकि, अभी तक राबडी, लालू या तेजस्वी का रुख सामने नहीं आया है. तेजप्रताप ने आधी रात के बाद अपने फेसबुक पेज पर अपने छात्र संगठन जनशक्ति परिषद के एक नेता का वीडियो शेयर कर के कहा है कि जो लोग परिवार में फूट डालना चाहते हैं, उन्होंने रामराज को स्क्रिप्ट लिखकर दी है और उन्हीं के इशारे पर सबकुछ हो रहा है.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का नाम लेते हुए एक बार फिर उन पर ठीकड़ा फोडा गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि लालू और तेजस्वी यादव को गाली देने का आरोप गलत है. तेजप्रताप ने लालू यादव का पैर धोकर पिया था तो बडे भाई होने की वजह से विरासत के पहले हकदार होते हुए भी उन्होंने छोटे भाई को मुख्यमंत्री का दावेदार बनाया.
जदयू ने बोला राजद पर हमला
दूसरी ओर, तेजप्रताप के इस ट्वीट के बाद सियासी दलों ने हमला बोला है. तेजप्रताप के मामले को लेकर तेजस्वी की चुप्पी पर जदयू ने सीधा सवाल पूछा है. जदयू के विधान पार्षद और मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने पूछा है कि आखिर तेजस्वी यादव को इस मामले की जानकारी क्यों नहीं की? उनके पार्टी पदाधिकारी की पिटाई बड़े भाई ने कर डाली है. राजद में रहने की एक ही शर्त है अगर आपको पार्टी में रहना है तो तेजप्रताप की गाली सुनी होगी और उनसे भी मार खाना होगा.
जदयू के मुख्य प्रवक्ता ने कहा है कि तेजस्वी अपने युवा महानगर अध्यक्ष की पिटाई को लेकर सवाल किए जाने पर ऐसे चुप हो गए जैसे सांप सूंघ गया हो. दरअसल, तेज प्रताप के खिलाफ बोलने का साहस किसी में नहीं है. वरिष्ठ नेता रघुवंश बाबू के साथ क्या हुआ था यह कोई भी नहीं भूला है. नीरज कुमार ने कहा कि पहले जंगलराज के दौर में लालू परिवार के लोग पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की जमीन तक लिखवा लेते थे. इसके कई मामले सामने भी आ चुके हैं, लेकिन अब वह दौर नहीं रहा.