तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सुशील मोदी और नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कहा-'सृजन चोर सुशील मोदी हार देख बौखला गये हैं
By एस पी सिन्हा | Published: April 18, 2019 05:49 AM2019-04-18T05:49:59+5:302019-04-18T05:49:59+5:30
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आरोपों के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीटर पर एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट किए
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आरोपों के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीटर पर एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट किए और ना सिर्फ सुशील मोदी पर बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा. हालांकि, इसके बाद जेडीयू नेता ने पलटवार किया है.
तेजस्वी यादव ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि 'सृजन चोर सुशील मोदी हार देख बौखला गये हैं. मानसिक दिवालियेपन की पराकाष्ठा लांघ कह रहे हैं. लालू जी संघ से मिले हुए हैं? अरे, लालू जी वो हैं, जिन्होंने संघियों की आंखों में उंगली डाल बिगडैल बलवाई संघियों की नाक में रस्सी पिरोई है. सृजन चोर जी, लालू जी ने संघ की घृणित नफरती राजनीति को बिहार में पांव पसारने नहीं दिया. आडवाणी जी को नकेल डाल उनकी उन्मादी यात्रा को रोका. 15 वर्ष में एक भी दंगा होने नहीं दिया!' कोई और बहाना खोजो, राफेल चोर के गोतिया भाई सृजन चोर! वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिये बिना ट्वीट कर उन्होंने कहा कि 'देश का लाखों करोड रुपया लूटा कर भगाने वाले और लूट कर भागने वाले एक ही 'वर्ण और जात-बिरादरी' के हैं.
इन भगौडे डकैतों और चोर-लुटेरों में एक भी दलित-पिछडा, आदिवासी और मुसलमान नहीं है, तो देश के महाचोर खानदानी ठग-लुटेरे किस डकैत जमात के हुए? फिर उन्होंने जदयू नेता नीतीश कुमार को आडे हांथ लेते हुए ट्वीट किया कि 'नीतीश जी संघ की गोद में लेटे दूध पी रहे हैं. बिहार में संघ के असल जन्मदाता नीतीश जी हैं. संघियों ने पलटी मारने के छह महीने बाद इनको दूध पिलाना बंद किया, तो फिर लालू जी की शरण में आना चाहते थे. चाचा, कब तक अपने सहबाला सृजन चोर जैसी पंचर स्टेपनी के बूते अपनी रेंगती राजनीति को खींचेंगे?'
वहीं, जदयू नेता अजय आलोक ने पलटवार करते हुए कहा है कि 'ट्विटर बबुआ, ये आपकी तरफ से ट्वीट करता कौन हैं ? हिंदी ठीक है, लेकिन ज्ञान आपके जैसा. आपके पिता के समय सीतामढी दंगा, रीगा दंगा, माता जी के समय बिहारशरीफ दंगा, जो यादव और मुसलमान के बीच था और अनगिनत दलित नरसंहार आज तक बिहार नहीं भूला हैं, दंगाइयों को संरक्षण देते थे लालू जी.' यहां बता दें कि सुशील मोदी ने कहा कि प्रेम गुप्ता और लालू यादव ने पूरी कोशिश की. मदद के बदले में उन्होंने बिहार में जदयू के हटाकर भाजपा की सरकार बनाने में मदद का ऑफर दिया था. केस खत्म करवाने के लिए उन्होंने हर तरह की कोशिशें और मिन्नतें की. मुझे लगा समय आ गया है कि मीडिया के जरिए लालू यादव की सच्चाई जनता के सामने रखी जाए