तेजप्रताप यादव ने की अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग, कहा- हमारी जान पर है खतरा, हमारे दुश्मन हर तरफ फैले हैं
By एस पी सिन्हा | Updated: June 23, 2025 17:04 IST2025-06-23T17:04:30+5:302025-06-23T17:04:40+5:30
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने ने साफ कहा कि हमारी जान पर खतरा है, हमारे दुश्मन हर तरफ फैले हैं। मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए, वरना कुछ भी हो सकता है।

तेजप्रताप यादव ने की अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग, कहा- हमारी जान पर है खतरा, हमारे दुश्मन हर तरफ फैले हैं
पटना: अनुष्का यादव प्रकरण के बाद राजद और घर से बाहर का रास्ता दिखा दिए गए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र एवं पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी जान पर खतरा बताकर हलचल मचा दी है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने ने साफ कहा कि हमारी जान पर खतरा है, हमारे दुश्मन हर तरफ फैले हैं। मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए, वरना कुछ भी हो सकता है। दरअसल, सोमवार को लालू प्रसाद यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए अपने परिवार के साथ औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल किया। लेकिन इस दौरान तेजप्रताप यादव को वहां जाने की इजाजत नहीं थी। इसके बाद मीडिया के सामने आकर तेज प्रताप यादव ने अपने दर्द को बयां किया।
तेज प्रताप यादव ने साफ शब्दों में कहा कि अभी मैं असुरक्षित महसूस कर रहा हूं। मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए क्योंकि मेरी जान को खतरा है। हमारा स्टैंड बिल्कुल क्लियर है, हम अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटेंगे। जो लोग भी चार-पांच मिलकर मेरे जीवन को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं, चाहे उन्होंने मेरे निजी जीवन को उजागर करने की कोशिश की हो, उन लोगों को मैं नहीं छोड़ूंगा।
उन्होंने कहा कि उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया। ‘चार-पांच लोग जो मुझे लंबे समय से घेरने की साजिश रच रहे थे, उन्होंने मिलकर मेरी निजी जिंदगी को बर्बाद करने की ठानी थी। तेज प्रताप ने कहा कि पार्टी से निकाले जाने का फैसला किसी एक व्यक्ति का नहीं था, बल्कि एक पूरा समूह इसके पीछे था। ‘कुछ लोग सोचते हैं कि मुझे अकेला करके दबा देंगे, लेकिन मैं तेजप्रताप हूं, झुकने वाला नहीं। जनता के बीच जाऊंगा, वही मेरी लड़ाई लड़ेगी और फैसला सुनाएगी।
उन्होंने कहा कि वो फिलहाल उन चेहरों के नाम नहीं लेना चाहते जो साजिश में शामिल रहे हैं, लेकिन समय आने पर उन सभी को जनता के सामने लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘मैं नाम नहीं लूंगा, लेकिन जो भी पापी हैं उन्हें जनता माफ नहीं करेगी। वहीं, उन्होंने अपने पिता के लिए कहा कि पिता जी को मेरी शुभकामनाएं। उनको मेरी भी आयु लगे। उनका भविष्य उज्जवल हो। तेजस्वी जी आगे बढ़े, बिहार के मुख्यमंत्री बनें, ये मेरा आशीर्वाद है।
उल्लेखनीय है कि राजद के अंदरूनी कलह पिछले कुछ वर्षों से सुर्खियों में रही है। तेज प्रताप यादव ने कई बार सार्वजनिक मंचों से अपनी नाराजगी और असहमति व्यक्त की है। उन्होंने खुद को दरकिनार किए जाने का आरोप भी लगाया है। पार्टी से निलंबन के बाद यह पहली बार नहीं है, जब उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। राजनीति के जानकारों के अनुसार तेज प्रताप का यह बयान आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजद की रणनीति और आंतरिक एकता पर सवाल खड़े कर सकता है।