शिक्षक दिवस 2018: सिर्फ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ही नहीं ये 5 बड़े नेता भी राजनीति से पहले रह चुके हैं शिक्षक

By मेघना वर्मा | Published: September 5, 2018 11:18 AM2018-09-05T11:18:04+5:302018-09-05T11:18:04+5:30

Teachers Day 2018 Special: हमारी भारतीय राजनीति में ऐसे कई बड़े नेता हैं जो भले ही आज अपनी राजनीति के लिए जाने जाते हों मगर इसमें आने से पहले वो एक टीचर की भूमिका में ही थे।

teachers day 2018 special: 5 Indian politicians who start his career as a teacher | शिक्षक दिवस 2018: सिर्फ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ही नहीं ये 5 बड़े नेता भी राजनीति से पहले रह चुके हैं शिक्षक

शिक्षक दिवस 2018: सिर्फ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ही नहीं ये 5 बड़े नेता भी राजनीति से पहले रह चुके हैं शिक्षक

भारत भर में हर साल 5 सितम्बर का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज ही के दिन सन् 1994 को यूनेस्को के आधिकारिक घोषणा के बाद हर साल सर्वपल्ली डॉक्टर राधा कृष्ण के जन्मदिन पर इसी दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मानाया जाता है। बात करें राधाकृष्णन की तो उनका जन्म दक्षिण भारत के तिरूत्ननि जगह पर हुआ था। एक शिक्षक होने के साथ राधाकृष्णन देश के दूसरे राष्ट्रपति भी थे।

राजनीति में आने से पहले उन्होंने अपने 40 साल एक अध्यापक के रूप में बिताए थे। वैसे राधाकृष्णन पहले ऐसे अध्यापक या राजनीतिज्ञ नहीं हैं जो राजनीति में आने से पहले शिक्षक रह चुके हैं। हमारी भारतीय राजनीति में ऐसे कई बड़े नेता हैं जो भले ही आज अपनी राजनीति के लिए जाने जाते हों मगर इसमें आने से पहले वो एक टीचर की भूमिका में ही थे। आज हम आपको देश के कुछ ऐसे ही दिग्गज नेताओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो राजनीति से पहले शिक्षक की भूमिका निभा चुके हैं। 

1. एपीजे अब्दुल कलाम

पूर्व राष्ट्रपति और लोगों के चहेते एपीजे अब्दुल कलाम आज भी लोगों के दिलों में घर करते हैं। शायद कम ही लोग जानते हैं तो राजनीति में आने से पहले उन्होंने शिक्षक के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। अब्दुलकनलाम डॉट एनआईसी डॉट इन की माने तो 2001 में वह चेन्नई के अन्ना यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। देश का ये मिसाइल मैन 2002 में भारत के राष्ट्रपति के लिए चुने गए थे। 

2. प्रवण मुखर्जी

पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी एक शिक्षक रह चुके हैं। एक इंग्लिश वेबसाइट की मानें तो प्रणव मुखर्जी ने कोलकाता यूनिवर्सिटी से इतिहास और राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर किया था। इसके बाद उन्होंने अपने करियर की शुरूआत कॉलेज के प्रोफेसर बन कर की थी। इसके बाद राज्य सभा चुने जाने के बाद साल 1969 में पूरी तरह से राजनीति में आ  गए। इन्हें जुलाई 2012 में देश का राष्ट्रपति घोषित किया गया। 

3. मायावती

मायावती को आज कौन नहीं जानता। भारतीय राजनीति में वो एक जाना-माना चेहरा हैं। बीएसपी की प्रमुख रह चुकीं मायावती ने भी अपने करियर की शुरूआत भी शिक्षक के रूप में की थी। बीएसपी की आधिकारिक वेबसाइट की मानें तो चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती नें बीए, बीएड और एल एल बी की पढ़ाई करने के बाद दिल्ली के जे जे कॉलोनी के एक स्कूल में शिक्षण का काम किया करती थीं। 

4. मनमोहन सिंह

पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री डाक्टर मनमोहन सिंह भी एक शिक्षक रह चुके हैं। भारत सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर मिली जानकारी के अनुसार मनमोहन सिंह ने पंजाब यूनीवर्सिटी और दिल्ली के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में शिक्षक की भूमिका निभाई है। इसके बाद वह राजनीति में सक्रिय हो गए। इन्हें 1991 में राज्य सभा के सदस्य की पदवी मिली। बाद में 2004 से 2009 में प्रधानमंत्री का कार्यभार सम्भाला। 

5. सर्वपल्ली डाक्टर राधा कृष्णन

1888 में 5 सितम्बर को पैदा हुए राधा कृष्णन प्रतिभा के धनी थे। राजनीति में आने से पहले डॉक्टर राधा कृष्णन महान वक्ता और शिक्षक थे। 1952 में उन्हें भारत का उप राष्ट्रपित और 1962 में राष्ट्रपति चुना गया। वह कोलकाता विश्वविद्यालय के लिए शिक्षक के रूप में ना सिर्फ चुने गए थे बल्कि वो छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय भी थे। इन्हीं के जन्मदिवस के रूप में हर साल देश भर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।   

English summary :
Teachers Day Special 5 Indian Politicians who has start his career as a Teacher: Today, we are going share about famous indian politician who start their career as a teacher before join politics.


Web Title: teachers day 2018 special: 5 Indian politicians who start his career as a teacher

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