तेजस्वी ने ट्वीट कर कसा तंज- सुशील मोदी को दोहरे चरित्रवाले बिना हड्डी का नेता बताया
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 23, 2019 01:34 AM2019-01-23T01:34:47+5:302019-01-23T01:34:47+5:30
सोमवार को नीतीश ने मॉब लिचिंग करने वालों को कायर बताते हुए कहा था कि ऐसे लोग भीड में शमिल होकर अपनी कुंठा मिटाने के लिए हिंसा करने पर उतारू हो जाते हैं.
चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता पूर्व मुख्यमंत्री डा. जगन्नाथ मिश्रा की पुस्तक 'बिहार बढकर रहेगा' का विमोचन करते बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का फोटो राजनीतिक गलियारे में तूल पकडता जा रहा है. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जबर्दस्त हमला बोलते हुए सुशील मोदी को दोहरे चरित्रवाले बिना हड्डी का नेता बताया है. इसे लेकर आज उन्होंने ट्वीट किया है और इसमें लगे हाथ सृजन के बहाने नीतीश कुमार पर तंज कसा है.
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि 'पूर्व सीएम पंडित जगन्नाथ मिश्रा जी कथित चारा घोटाले में कथित सजायाफ्ता हैं. मेदांता में इलाज के लिए जमानत पर हैं. घोटाले के याचिकाकर्ता सुशील मोदी सजायाफ्ता मिश्रा जी की पुस्तक “बिहार बढकर रहेगा” का विमोचन कर रहे हैं. मिश्रा जी का बेटा भाजपा का उपाध्यक्ष है, इसलिए मिश्रा जी का सब माफ है. सब छूट है.'
इसी ट्वीट में तेजस्वी ने आगे लिखा है- 'सुशील मोदी जैसे दोहरेपन वाले बिना हड्डी के नेता मिश्रा जी की पुस्तक का प्रमोशन भी करेंगे और घोटाले में उन्हें गाली भी देंगे. बाकी सब दलित-पिछडे चोर हैं. है ना? इसलिए कहता हूं भाजपा जैसी भ्रष्ट और जातिवादी पार्टी में जाने से कोई भी राजा हरीशचंद्र बन सकता है. जैसे हमारे सृजन चोर चाचा जी...' वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा सोमवार को मॉब लिंचिंग पर दिए गए बयान पर भी तेजस्वी यादव ने तंज कसा है.
अपने अगले ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है,- “मॉब लिंचिंग पर बोले मुख्यमंत्री - 'मॉब में हिंसा करने वाला कायर होता है.' मॉब लिंचिंग व हिंसा नहीं रोक सकने वाला शासक एवं 11 करोड लोगों के जनादेश के साथ हिंसा करने वाला बहादुर होता है. जय हो.”
उल्लेखनीय है कि सोमवार को नीतीश ने मॉब लिचिंग करने वालों को कायर बताते हुए कहा था कि ऐसे लोग भीड में शमिल होकर अपनी कुंठा मिटाने के लिए हिंसा करने पर उतारू हो जाते हैं.
तेजस्वी ने सोमवार को किसानों की समस्याओं को लेकर बिहार सरकार को आडे हाथों लेते हुए लिखा था,- “बिहार की असंवेदनशील नीतीश सरकार पूरी तरह से निरंकुशता की ओर बढ चली है. किसानों को चौतरफा मार दी जा रही है. खाद उपलब्ध नहीं है, जो है उसमें खाद की काला बाजारी हो रही है. धान की खरीद अभी तक नहीं की गई है. मोदी जी और नीतीश जी केवल झूठ के सहारे अपनी नाकामी छुपा रहे हैं.”