Tamilnadu Migrant Workers: तमिलनाडु में मारपीट, बिहारियों के खिलाफ बर्बरता, चिराग ने कहा-सीएम नीतीश जिम्मेदारी से भाग रहे
By एस पी सिन्हा | Published: March 4, 2023 07:29 PM2023-03-04T19:29:54+5:302023-03-04T19:30:52+5:30
Tamilnadu Migrant Workers: चिराग पासवान ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के साथी जन्मदिन पर केक कटवाने के लिए चले जाएंगे।
पटनाः लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने बिहारियों पर तमिलनाडु में हो रहे कथित हमले के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से पल्ला झाड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पीड़ितों को लेकर दावा किया जा रहा है कि वे बिहार मूल के हैं।
उनके साथ तमिलनाडु में मारपीट हुई है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से सामने आई तस्वीरें और वीडियो, अगर सही है तो ये बहुत चिंता का विषय है। उन वीडियो की मैं पुष्टि नहीं करता हूं। पर ये जांच का विषय है। शनिवार को पटना एयरपोर्ट पर उतरते ही चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर होते हुए कहा कि बिहारियों के खिलाफ बर्बरता हो रही है।
लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पल्ला झाड़ रहे हैं। उनके उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तमिलनाडु में जाकर जन्मदिन का केक काटते हैं। लेकिन बिहारियों पर हमले की घटना पर उनका मुंह नहीं खुल रहा है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमने अधिकारियों को भेज दिया है। नीतीश को बताना चाहिए कि उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से क्यों नहीं खुद बात कर बिहारी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा?
चिराग ने कहा कि कोई बिहारियों को दूसरे राज्यों में पिटे, इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय और अधिकारियों से बात कर सकता हूं तो नीतीश कुमार क्यों नहीं कर सकते? जब इन्हें प्रधानमंत्री बनना होगा तो यही नीतीश कुमार वोट मांगने के सबके दरवाजे पर जाएंगे।
चिराग पासवान ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के साथी जन्मदिन पर केक कटवाने के लिए चले जाएंगे। पर जब वहां बिहारियों को मारा-काटा जा रहा है तो इस पर किसी की मुंह नहीं खुल रहा है। उन्होंने बिहार पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिहार पुलिस के वरीय अधिकारी कहते हैं कि तमिलनाडु पुलिस ने कहा है कि यहां सब ठीक है।
किसी बिहारी के साथ हिंसा नहीं हुई है। बिना किसी जांच पड़ताल के, बिना पीड़ितों को सुने ही बिहार पुलिस ने कैसे मान लिया कि सब ठीक है? उन्होंने कहा कि तब तो कोई व्यक्ति अगर हत्या करता है और बिहार पुलिस के सामने कह दे कि मैंने हत्या नहीं की है तो क्या बिहार पुलिस यह मान लेगी? इसी तरह तमिलनाडु में बिना जांच के ही कैसे मान लिया गया कि बिहारी सुरक्षित हैं?