बारिश से बेहाल तमिलनाडु, 25 लोगों की मौत, 1000 लोग राहत शिविर में
By भाषा | Published: December 2, 2019 06:59 PM2019-12-02T18:59:04+5:302019-12-02T18:59:04+5:30
राज्य में उत्तर-पूर्व मानसून तेज होने के कारण, बारिश के कहर का खामियाजा भुगत रहे तूतीकोरिन, कुड्डालोर और तिरुनेलवेली जिलों में राहत शिविरों में लगभग 1,000 लोगों को रखा गया है। मूसलाधार बारिश के कारण चेन्नई के कुछ निचले इलाके और निकटवर्ती चेंगलपेट और कांचीपुरम जिले में बाढ़ की समस्या खड़ी हो गई है।
तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को बताया कि राज्य में 29 नवंबर से हुई बारिश से जुड़ी घटनाओं में 25 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 17 ऐसे लोग शामिल हैं, जिनकी कोयम्बटूर के पास मेट्टुपलयम के नादुर गांव में एक दीवार गिरने से मौत हो गई।
राज्य में उत्तर-पूर्व मानसून तेज होने के कारण, बारिश के कहर का खामियाजा भुगत रहे तूतीकोरिन, कुड्डालोर और तिरुनेलवेली जिलों में राहत शिविरों में लगभग 1,000 लोगों को रखा गया है। मूसलाधार बारिश के कारण चेन्नई के कुछ निचले इलाके और निकटवर्ती चेंगलपेट और कांचीपुरम जिले में बाढ़ की समस्या खड़ी हो गई है।
मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और अन्य कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने जलाशयों की निगरानी के आदेश दिए हैं, जिनमें से कई या तो पूर्ण रूप से भर गए हैं या तेजी से भर रहे हैं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 29 नवंबर से एक दिसंबर के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, सोमवार को कोयंबटूर में एक दीवार ढहने से 17 लोग मारे गए, जिससे मरने वाले की कुल संख्या 25 हो गई है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार ने मेट्टुपालयम में मारे गए 17 लोगों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की, वहीं पलानीस्वामी ने अन्य मृतकों के परिजनों को भी उचित मुआवजा देने का आदेश दिया।