तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री ने 'हिंदी भाषी कोयंबटूर में बेचते हैं पानी पुरी' वाले बयान पर दी सफाई, कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Published: May 14, 2022 09:30 AM2022-05-14T09:30:48+5:302022-05-14T09:32:55+5:30
"हिंदी बोलने वाले कोयंबटूर में पानी पुरी बेचते हैं" वाले बयान को लेकर तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि इसे उत्तरी राज्यों में नौकरियों की कमी के संदर्भ में कहा गया था।
चेन्नई: तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी की उनके "हिंदी बोलने वाले कोयंबटूर में पानी पुरी बेचते हैं" वाले बयान को लेकर काफी आलोचना हो रही है। वहीं, पोनमुडी ने शुक्रवार को अपने इस बयान को लेकर सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि इसे उत्तरी राज्यों में नौकरियों की कमी के संदर्भ में कहा गया था।
स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में पेश करने की केंद्र की कथित योजना को लेकर राज्य में नाराजगी के बीच पोनमुडी की यह टिप्पणी आई है। हिंदी भाषी लोगों पर आए इस बयान पर जब तमिलनाडु के मंत्री की आलोचना शुरू हुई तब मंत्री ने कहा कि उन्होंने यह बयान दिया क्योंकि उत्तरी राज्यों में कोई काम उपलब्ध नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए के पोनमुडी ने कहा कि तमिलनाडु के विभिन्न व्यक्ति उत्तरी राज्यों में जाकर काम करते हैं। मैंने इस अर्थ में कहा कि उत्तर के विभिन्न व्यक्ति यहां आते हैं और काम करते हैं क्योंकि उत्तरी राज्यों में कोई काम उपलब्ध नहीं है। शुक्रवार को कोयंबटूर में एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पोनमुडी ने उन लोगों पर कटाक्ष किया जो राज्य में हिंदी सीखने वालों के लिए नौकरी उपलब्ध कराने पर जोर देते हैं।
उन्होंने कहा था, "कई लोगों ने कहा कि अगर आप हिंदी सीखते हैं तो आपको नौकरी मिल जाएगी। क्या ऐसा है...यहां कोयंबटूर में देखें, जो पानी पुरी बेच रहा है। यह वे (हिंदी भाषी व्यक्ति) हैं।" के पोनमुडी ने ये भी कहा था, "अंग्रेजी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है। (सीएन) अन्नादुरई ने अंग्रेजी और तमिल के लिए जोरदार पैरवी की। वह एक व्यक्ति के बारे में एक कहानी सुनाते थे जो बिल्लियों और चूहों के लिए दो अलग-अलग प्रवेश द्वार बनाते थे। उस व्यक्ति को बताया गया था कि चूहा बिल्लियों के लिए बने प्रवेश द्वार से भी प्रवेश कर सकते हैं।"