तमिलनाडु: जयललिता के आवास के अस्थायी अधिग्रहण का अध्यादेश राज्यपाल ने किया जारी
By भाषा | Published: May 22, 2020 01:47 PM2020-05-22T13:47:50+5:302020-05-22T13:49:15+5:30
दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के आवास को संग्रहालय में बदलने के लिए उसे अस्थायी तौर पर कब्जे में लेने का एक अध्यादेश तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने जारी किया है।
चेन्नई: तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के आवास को संग्रहालय में बदलने के लिए उसे अस्थायी तौर पर कब्जे में लेने का एक अध्यादेश जारी किया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यहां शुक्रवार को बताया कि इस अध्यादेश से राज्य सरकार को इस उद्देश्य के लिए जयललिता के नाम पर एक फाउंडेशन बनाने में मदद मिलेगी और इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी करेंगे। पलानीस्वामी ने अन्नाद्रमुक की दिवंगत नेता के पोएस गार्डन इलाके में स्थित ‘वेद निलयम’ आवास को संग्रहालय में बदलने की पहले घोषणा की थी।
इसमें कहा गया है, ‘‘वेद निलयम में फर्नीचर, किताबें, आभूषण आदि चल संपत्ति समेत इमारत तीन साल से अधिक समय से बिना इस्तेमाल के पड़ी है। इसलिए सरकार ने सभी अचल और चल संपत्ति को सरकार को तब तक देने का फैसला किया है जब तक इसके अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी न हो जाए।’’ विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘अत: तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने वेद निलयम और वहां चल संपत्तियों को अस्थायी तौर पर राज्य सरकार को देने और पुराची थलैवी डॉ जे जयललिता मेमोरियल फाउंडेशन बनाने के लिए एक अध्यादेश जारी किया है।’’
Former Tamil Nadu Chief Minister J Jayalalithaa's house 'Veda Illam' in Chennai has been acquired by the state government, after an ordinance was passed to convert it into a government memorial. pic.twitter.com/vJ6vNmjBDn
— ANI (@ANI) May 22, 2020
बता दें कि तमिलनाडु सरकार ने कुछ समय पहले ऐलान किया था कि दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के सम्मान में 24 फरवरी को उनकी जयंती को ‘बालिका संरक्षण दिवस’ के तौर पर मनाया जाएगा। दरअसल, उन्होंने अपने जीवन में बच्चों, खासकर, लड़कियों की भलाई के लिए जिस लगन के साथ काम किया था।
इसके अलावा मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने घोषणा की थी कि दिवंगत नेता की याद में सरकार निराश्रय बालिकाओं के कल्याण के लिए पांच नई योजनाओं को लागू करेगी, जिसमें बैंक जमा के जरिए दो लाख रुपये की सहायता भी शामिल है। मालूम हो, राज्य की कई बार मुख्यमंत्री रही जयललिता का पांच दिसंबर 2016 को निधन हो गया था।