हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए IAF के सभी 4 कर्मियों की हुई पहचान, परिजनों को सौंपा जाएगा पार्थिव शरीर
By रुस्तम राणा | Published: December 11, 2021 08:19 AM2021-12-11T08:19:27+5:302021-12-11T09:12:57+5:30
भारतीय वायु सेना के मुताबिक आईएएफ के सभी चार कर्मियों की पहचान कर ली गई है। वहीं भारतीय सेना ने बताया कि लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के पार्थिव शरीर की पहचान की गई है।
नयी दिल्ली: तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सशस्त्र बलों के 10 कर्मियों के परिवार के सदस्यों की संवेदनाओं और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उनके पार्थिव शरीर की पहचान की प्रक्रिया चल रही है। भारतीय वायु सेना के मुताबिक आईएएफ के सभी चार जवानों जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, विंग कमांडर पी.एस.चौहान, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास और स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की पहचान पूरी हो गई है। वहीं भारतीय सेना ने बताया कि लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के पार्थिव शरीर की पहचान की गई है। आज सुबह परिवार के करीबी सदस्यों को उनका पार्थिव शरीर को सौंपा जाएगा।
भारतीय सेना के मुताबिक पार्थिव शरीर को हवाई मार्ग से ले जाया जाएगा और उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रस्थान से पहले दिल्ली कैंट के बेस अस्पताल पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया जाएगा। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि सभी 10 सैन्य कर्मियों के परिवार के सदस्य पार्थिव शरीर की पहचान के लिए राष्ट्रीय राजधानी पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि पार्थिक शरीर की पहचान के लिए वैज्ञानिक उपायों के साथ ही परिवार के सदस्यों की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि पार्थिव शरीर की सही पहचान होने के बाद उन्हें परिवारों को सौंप दिया जाएगा।
Mortal remains will move by air for last rites with appropriate military honour. Wreath will be laid at Base Hospital, Delhi Cantt prior to departure. The process for positive identification of remaining mortal remains is continuing: Indian Army
— ANI (@ANI) December 11, 2021
बता दें कि तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर एमआई 17 वी 5 के क्रैश होने से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य जवानों का निधन हो गया। कोयंबटूर और सुलूर के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-सीरीज के हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। जिनमें से एक ही जीवित बचे हैं। घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेललुरु में सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है।