राजस्थान में बरपा है स्वाइन फ्लू कहर, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा-शीघ्र कराएं जांच
By रामदीप मिश्रा | Published: February 3, 2019 11:00 AM2019-02-03T11:00:28+5:302019-02-03T13:27:56+5:30
डॉक्टर शर्मा ने बताया कि स्वाइन फ्लू की प्रारंभिक अवस्था में जांच और उपचार होने की स्थिति में इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है। लापरवाही बरतने पर स्वाइन फ्लू गंभीर रूप लेकर प्राणघातक भी हो जाता है । इसे ध्यान में रखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू की जांच के दायरे को निरंतर बढ़ा रहा है।
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने प्रदेशवासियों से स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते ही तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेने की अपील की है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू की जांच वर्तमान में 8 राजकीय और 3 निजी प्रयोगशालाओं में की जा रही है। इसके दायरे को बढ़ाकर 50 किया जाएगा। स्वाइन फ्लू की शीघ्र जांच कर शीघ्र रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए आधुनिकतम मशीनों की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
डॉक्टर शर्मा ने बताया कि स्वाइन फ्लू की प्रारंभिक अवस्था में जांच और उपचार होने की स्थिति में इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है। लापरवाही बरतने पर स्वाइन फ्लू गंभीर रूप लेकर प्राणघातक भी हो जाता है । इसे ध्यान में रखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू की जांच के दायरे को निरंतर बढ़ा रहा है।
उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू की जांच के दायरे को बढ़ाते हुए सभी जिला स्तर पर स्वाइन फ्लू की जांच की व्यवस्था करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आधुनिकतम मशीनों द्वारा स्वाइन फ्लू की यथाशीघ्र जांच कर यथाशीघ्र रिपोर्ट प्राप्त करने की व्यवस्था की जाएगी।
इसके अलावा मंत्री शर्मा ने कहा कि मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह संवेदनशील और गंभीर है। उन्होंने बताया कि इन बीमारियों के नियंत्रण के लिए विभाग द्वारा सक्रिय रहकर सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार की पहली प्राथमिकता चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं को आम जन तक पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर व्यापक प्रयास कर प्रदेश को स्वस्थ प्रदेश बनाने की दिशा में गंभीरतापूर्वक प्रयास कर रहा है।