स्वामी अग्निवेश ने भीड़ द्वारा हमले के बाद सरकार की मंशा पर उठाया सवाल, पूछा- ये हमला प्रायोजित तो नहीं था?
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: July 17, 2018 06:39 PM2018-07-17T18:39:11+5:302018-07-17T18:39:11+5:30
स्वामी अग्निवेश ने कहा कि पिटाई के दौरान वे लोग गंदी-गंदी गालियां भी दे रहे थे. उन्होंने कहा कि मैं जैसे ही दरवाजा खोलकर बाहर निकला हूं, वे लोग मेरे ऊपर टूट पडे.
रांची,17 जुलाई। झारखंड के पाकुड में अपने ऊपर हुए हमले को लेकर स्वामी अग्निवेश ने राज्य सरकार से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा है कि मैं इस सिलसिले में सरकार से कार्रवाई की मांग करता हूं. पहले घटना की प्रशासनिक जांच हो, फिर न्यायिक जांच कराई जाए. पुलिस पर सवाल उठाते हुए स्वामी ने कहा कि इतनी बड़ी घटना घट गईे लेकिन पुलिस हरकत में नहीं आई.
स्वामी अग्निवेश ने कहा कि मैं डीसी-एसपी का इंतजार कर रहा हूं. स्वामी के मुताबिक यह एक गंभीर मामला है. किसी भी नागरिक पर इस तरह का हमला निंदनीय है. उन्होंने कहा कि अगर मुझसे किसी को कोई नाराजगी थी तो बात करनी चाहिए मैं माफी मांग लेता. स्वामी ने आशंका जाहिर की कि कहीं ये हमला सरकार द्वारा प्रायोजित तो नहीं था? उन्होंने मांग की कि जो लोग हमले में शामिल थे उनका संगठन क्या है? वे कौन लोग हैं? इसकी जांच कर सरकार उनपर कार्रवाई करे. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि सैकड़ों लोगों की भीड़ ने उनकी बुरी तरह से उनकी पिटाई कर दी. वह वहां आदिवासियों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे. उन्होंने इस घटना के बाद कहा कि वे लोग बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. उसके बाद मैंने कहा था कि वे लोग अंदर आएं और बातचीत करें. लेकिन इसके लिए तैयार नहीं हुए. जैसे ही मैं बाहर निकला तो उनलोगों ने हमला कर दिया.
स्वामी अग्निवेश ने कहा कि पिटाई के दौरान वे लोग गंदी-गंदी गालियां भी दे रहे थे. उन्होंने कहा कि मैं जैसे ही दरवाजा खोलकर बाहर निकला हूं, वे लोग मेरे ऊपर टूट पड़े. मैं बार-बार हाथ जोडता रहा. उनसे पूछता रहा कि बताओ भाई बात क्या है, लेकिन वे लोग सुनने को तैयार नहीं थी. सिर्फ मेरे ऊपर लात-घूंसों की बारिश कर रहे थे. स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उनलोगों ने मेरे कपडे फाडे, पगडी उतार दिया और मेरे चश्मा तोड दिए. इसके साथ ही मेरा मोबाइल छिन लिए. उसके बाद पत्थर उठाकर मेरे सिर पर मार रहे थे, मेरे सहयोगी ने उन्हें रोका और मुझे बचाया. स्वामी ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजकों ने मेरे आने की सूचना पहले ही प्रशासन को दे दी थी. उसके बाद भी ऐसा हुआ. मैं अब आरोपियों की शिनाख्त कर कार्रवाई की मांग करता हूं.
वहीं, इस मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने गृह सचिव को इस मामले में जांच को कहा है. संथाल परगना के आयुक्त और डीआईजी पूरे मामले की जांच करेंगे. बता दें कि स्वामी अग्निवेश पाकुड में एक सभा को संबोधित करने आए थे. वे जैसे ही होटल से बाहर निकलने लगे तभी लोगों ने उनकी पिटाई कर दी. वहीं, भाजपा के प्रवक्ता पी शाहदेव ने कहा है कि वे हमारे पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे. हमलोग इस घटना की निंदा करते हैं.
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