Happy Birthday Mrs Sushma Swaraj: राजनीति में किसी मिसाल से कम नहीं सुषमा का योगदान, पढ़ें विवादों से लेकर पॉलीटिक्स तक का सफर
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: February 14, 2018 01:46 AM2018-02-14T01:46:00+5:302018-02-14T10:06:56+5:30
सोशल मीडिया पर हमेशा सभी की मदद के लिए तैयार रहने वाली भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आज जन्मदिन है। सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं।
सोशल मीडिया पर हमेशा सभी की मदद के लिए तैयार रहने वाली भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आज जन्मदिन है। सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं। उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला में हुआ था। सुषमा के पिता हरदेव शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई एसडी कॉलेज अंबाला छावनी से की, जिसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की।
राजनीतिक जीवन
1970 में सुषमा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ राजनीति में कदम रखे। उसी दौरान उन्होंने जेपी के अंदोलन में भी हिस्सा लिया। 1975 में सुषमा की शादी स्वराज कौशल से हुई। कौशल भी 6 साल तक राज्यसभा में सांसद रहे इसके अलावा वो मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं। हरियाणा विधानसभा का चुनाव उन्होंने 2 बार जीता और चौधरी देवी लाल की सरकार में से 1977 से 1979 के बीच राज्य की श्रम मंत्री बनीं। उस समय सबसे कम उम्र में( 25 साल) कैबिनेट मंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद वो जनता पार्टी हरियाणा की महज 27 साल में 1979 में अध्यक्ष बनीं।
पहली बार सांसद बनीं
1990 में वह पहली बार सांसद बनीं और करीब 6 साल तक राज्यसभा में रहीं। इसके बाद 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की तेरह दिनों की सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री बनीं और बाद में लोकसभा के लिए वो फिर दक्षिण दिल्ली से चुनी गईं और फिर सूचना प्रसारण मंत्रालय के अलावा दूरसंचार मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया। 1998 में उनकी राजनीति ने एक नया आयाम लिया, केंद्रीय पद से इस्तीफा देकर तक दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।
सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ा चुनाव
1999 में उनका राजनीति रूप एक बार फिर से बदला उन्होंने बेल्लारी संसदीय क्षेत्र से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन वो हार गईं। जिसके बाद 2000 में वो फिर से राज्यसभा में पहुंचीं थीं और उन्हें दोबारा सूचना-प्रसारण मंत्री बनाया गया।
नेता प्रतिपक्ष बनीं
2009 में वह पीएम पद की दावेदारी भी मानीं गईं और अप्रैल 2009 में सुषमा मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए चुनी गईं और वो राज्यसभा में प्रतिपक्ष की उपनेता रहीं। 2014 का चुनाव जीतने के बाद सुषमा को मोदी सरकार में विदेश मंत्री बनाया गया और कहा जाता है कि पीएम के साथ उनके रिश्ते निजी तौर पर ज्यादा अच्छे नहीं हैं।
सुषमा की खासियत
सुषमा राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, बीजेपी की पहली महिला मुख्यमंत्री, पहली केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, महासचिव, प्रवक्ता और नेता प्रतिपक्ष तकरही हैं। इतना ही नहीं वो पूरी संसद में अकेली महिला सांसद हैं जिन्हें असाधारण सांसद का पुरस्कार मिला है।
विवादों से भी रहा नाता
सुषमा अकसर विवादों में भी रही हैं। सुषमा पर आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने का आरोप लगा है। उन पर आरोप लगा कि उन्होंने ललित मोदी की पुर्तगाल जाने में मदद की। कहा जाता रहा है कि ललित मोदी से सुषमा के पारिवारिक रिश्ते रहे हैं। हालांकि सुषमा यही कह रही हैं कि ललित मोदी की पत्नी बीमार थीं और उन्हें डेनमार्क जाना था, इसलिए मानवीय आधार पर उन्होंने ललित की मदद की। 2011 में सुषमा स्वराज पर कर्नाटक के बेल्लारी बंधुओं को मंत्री बनाने और भ्रष्टाचार में फंसे दोनों लोगों से नजदीकी का आरोप लगा था। 1999 में सुषमा स्वराज ने बेल्लारी लोकसभा सीट पर सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, तब से ही उनके और बेल्लारी बंधुओं के बीच नजदीकियों के चर्चे खूब जोरों पर रहे थे।