एक साल में भाजपा ने खोए कई दिग्गजः अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज सहित ये नेता
By स्वाति सिंह | Published: August 7, 2019 03:34 PM2019-08-07T15:34:22+5:302019-08-07T15:34:22+5:30
भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया।
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस साल पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सहित कई दिग्गज और वरिष्ठ नेताओं, सदस्यों को खोया है। बीजेपी के मरने वाले नेताओं में कुछ सदस्य राजनीति में सक्रिय थे जबकि कई राजनीति से सेवानिवृत्त हो गए थे।
अटल बिहारी वाजपेयी: 16 अगस्त को अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून 2019 को एम्स में भर्ती कराया गया था। मधुमेह के शिकार 93 वर्षीय भाजपा नेता का एक ही गुर्दा काम करता था। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ। अपनी प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण वे चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सांसद रहे। इसके अलावा तीन बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर भी सुशोभित हुए।
मदन लाल खुराना: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना को राष्ट्रीय राजधानी में बीजेपी के सबसे बड़े नेताओं में से एक माना जाता था। खुराना ने अपने करियर की शुरुआत बीजेपी के पूर्ववर्ती जनसंघ के साथ की और पार्टी और केंद्र सरकार में कई पदों पर रहे। लंबी बीमारी के बाद 27 अक्टूबर, 2018 को उनका निधन हो गया।
मदन लाल खुराना दिल्ली के 1993 से 1996 तक मुख्यमंत्री रहे। 2001 में उन्हें राजस्थान का राज्यपाल भी बनाया गया था। पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर में 15 अक्टूबर 1936 को जन्मे मदन लाल खुराना दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
अनंत कुमार: बीजेपी नेता और कई बार संसद रहे अनंत कुमार का नवंबर 2018 में निधन हो गया। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पहले बीजेपी सरकार और फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंत्री पद संभाला। कुमार उन अगली पीढ़ी के नेताओं में से थे जिन्हें लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी और सरकार में एक बड़ी भूमिका के लिए तैयार किया था। वह कैंसर से जूझ रहे थे और पिछले साल 12 नवंबर को उनका निधन हो गया।
बलराम दास टंडन: टंडन का निधन 14 अगस्त 2018 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में हुआ था।जनसंघ के संस्थापक सदस्य और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे बलराम दास टंडन ने 18 जुलाई 2014 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का पद संभाला था। अपने लंबे राजनीतिक करियर में टंडन पंजाब के उप मुख्यमंत्री सहित विभिन्न पदों पर रहे। छह बार विधायक रहे टंडन आपातकाल के दौरान 1975 से 1977 तक जेल में भी रहे। उन्होंने 1977-79 में और 1997-2002 में प्रकाश सिंह बादल की अध्यक्षता में मंत्रालयों में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्य किया है।
मनोहर पर्रिकर: पर्रिकर का 17 मार्च 2019 को अग्नाशय कैंसर के कारण निधन हो गया था। पिछले एक सालों से मनोहर पर्रिकर बीमार चल रहे थे। कैंसर के लिए वह कुछ महीनों तक अमेरिका भी इलाज करवाकर आए थे। स्वदेश वापस लौटने के बाद वह कुछ महीनों तक दिल्ली के एम्स में भी भर्ती थे। वह चार बार मुख्यमंत्री रहे थे।
मांगे राम गर्ग: गर्ग ने 2003 और 2008 के बीच राष्ट्रीय राजधानी में वजीरपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह बीजेपी के कई पदों पर रहे थे, जिसमें कोषाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और इसकी दिल्ली इकाई के प्रमुख शामिल है। इस वर्ष जुलाई में 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
सुषमा स्वराज: बीजेपी की कद्दावर नेता रहीं सुषमा स्वराज का मंगलवार (6 अगस्त) रात निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं। उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई एसडी कॉलेज अंबाला छावनी से की, जिसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की। 1970 में सुषमा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ राजनीति में कदम रखे। उसी दौरान उन्होंने जेपी के अंदोलन में भी हिस्सा लिया। 1975 में सुषमा की शादी स्वराज कौशल से हुई। कौशल भी 6 साल तक राज्यसभा में सांसद रहे इसके अलावा वो मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं।