सुशील मोदी ने 'भारत जोड़ो यात्रा' पर कहा, "बिहार में तो कांग्रेस मरी हुई है, यहां पर फोटो खिंचवाने का इवेंट होगा"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 13, 2022 09:08 PM2022-11-13T21:08:19+5:302022-11-13T21:21:56+5:30
सुशील मोदी ने भारत जोड़ो यात्रा पर कहा कि कांग्रेस ने फोटो खिंचवाने का देशव्यापी एक इवेंट शुरू किया है, जो कई राज्यों से होकर बिहार में भी दाखिल होने वाला है लेकिन यहां पर केवल रस्म अदायगी भर है क्योंकि बिहार में कांग्रेस की कोई जमीन नहीं है।
पटना: भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने राहुल गांधी की अगुवाई में चलने वाली भारत जोड़ो यात्रा के बिहार कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस पर जबरदस्त हमला करते हुए उसे सूबे में मरी हुई हालत में बताया है। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने फोटो खिंचवाने का देशव्यापी एक इवेंट शुरू किया है, जो कई राज्यों से होकर बिहार में भी दाखिल होने वाला है लेकिन यहां पर कांग्रेस की केवल रस्म अदायगी भर है क्योंकि बिहार की जमीन पर तो कांग्रेस कहीं है ही नहीं।
इसके साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस कोई भी यात्रा क्यों न करले बिहार में, वो जमीन पर मर चुकी पार्टी में दोबारा प्राण नहीं फूंक सकती है। मोदी ने तेलंगाना में राहुल गांधी की यात्रा और वहां हुए उपचुनाव को जोड़ते हुए कहा कि पूरे देश ने देखा कि राहुल गांधी तेलंगाना में भारत जोड़ो यात्रा कर रहे थे और पार्टी की वहीं पर हुए उपचुनाव में जमानत तक जब्त हो गई। बिहार में तो वो किसी लड़ाई में ही नहीं हैं। अभी दो सीट पर उपचुनाव हुआ, कांग्रेस महागठबंधन के साथ है। न तो नीतीश कुमार ने घास डाली और न ही तेजस्वी यादव ने। राजद ने दोनों सीटों पर कैंडिडेट खड़ा किया क्या कांग्रेस से पूछा था। इसका सीधा जवाब है नहीं, क्योंकि राजद भी बिहार में कांग्रेस को सलाह-मशविरे के लिए योग्य नहीं मानती है।
इसके साथ ही सुशील मोदी ने भारत जोड़ो यात्रा को देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बताते हुए कहा कि राहुल गांधी पूरे देश में टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ मिलकर इस यात्रा को कर रहे हैं। देश सब कुछ देख रहा है कि उनकी यात्रा में कौन-कौन लोग शामिल हो रहे हैं और कैसे-कैसे लोगों को राहुल गांधी को समर्थन मिल रहा है।
बिहार के सवाल पर सुशील मोदी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यहां तो बस खाना-पूर्ति की तैयारी है क्योंकि 40 सांसद देने वाले बिहार के लिए तो राहुल गांधी के पास कभी समय नहीं है। उनकी पार्टी की तीसरी कतार के नेता यहां पर यात्रा की रस्मअदायगी करेंगे और बिहार से उन्हें कोई समर्थन नहीं मिलने वाला है क्योंकि राहुल गांधी से न तो बिहार की जनता को मतलब है और न बिहार की जनता को राहुल गांधी से कोई लेनादेना है। बीते 3 दशक से कांग्रेस लालू यादव के सहारे यहां पर चल रही है। इसलिए राहुल गांधी बिहार में आएंगे और खामोशी से चले जाएंगे।