Surat Lok Sabha seat Gujarat Election Results 2024 Live: मतगणना से पहले भाजपा का खाता खुला!, इस सीट पर निर्विरोध जीत दर्ज की, 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए पहले प्रतिनिधि
By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 4, 2024 07:31 IST2024-06-04T07:17:53+5:302024-06-04T07:31:16+5:30
Surat Lok Sabha seat Gujarat Election Results 2024 Live: कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद दलाल ने निर्विरोध जीत हासिल की।

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Surat Lok Sabha seat Gujarat Election Results 2024 Live: लोकसभा चुनाव 2024 मतगणना जल्द ही शुरू हो रहा है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पहले ही जीत की खुशी मिल गई है। गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं। 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए पहले प्रतिनिधि बन गए हैं। कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद दलाल ने निर्विरोध जीत हासिल की। बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार सहित अन्य दावेदार दौड़ से हट गए।
गुजरात की 26 में से 25 सीटों पर 60.13% मतदान हुआ था। भाजपा उम्मीदवार के निर्विरोध जीत के बाद प्रदेश की 26 में से 25 लोकसभा सीटों के लिये अब 265 उम्मीदवार मैदान में हैं। गुजरात में 25 लोकसभा क्षेत्रों पर हुए चुनाव की मंगलवार को होने वाली मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को फिर से सभी सीट जीतने की उम्मीद है।
चुनाव में 250 से अधिक उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था और 60.13 प्रतिशत मतदान हुआ था
वहीं कांग्रेस की कोशिश सत्तारूढ़ दल के विजय रथ को रोकने की है। अधिकारियों ने बताया कि मतगणना तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच 26 केंद्रों पर मंगलवार सुबह आठ बजे शुरू हो जाएगी। गुजरात की 26 में से 25 लोकसभा सीट पर सात मई को एक ही चरण में मतदान हुआ था। चुनाव में 250 से अधिक उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था और 60.13 प्रतिशत मतदान हुआ था।
भाजपा के उम्मीदवार मुकेश दलाल को विजेता घोषित कर दिया गया
भाजपा पहले ही सूरत सीट जीत निर्विरोध जीत चुकी है। दरअसल, कांग्रेस के उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का प्रस्तावक के हस्ताक्षर में अनियमितता के कारण नामांकन खारिज कर दिया गया तथा अन्य उम्मीदवारों ने मतदान से पहले ही नाम वापस ले लिया जिसके बाद भाजपा के उम्मीदवार मुकेश दलाल को विजेता घोषित कर दिया गया।
24 लोकसभा क्षेत्रों में एक-एक मतगणना केंद्र होगा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य में भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी 26 सीट पर जीत हासिल की थी और पार्टी इस बार भी अपना यही प्रदर्शन दोहराने की कोशिश में है। राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पी. भारती ने एक बयान में कहा कि 24 लोकसभा क्षेत्रों में एक-एक मतगणना केंद्र होगा।
जबकि आणंद लोकसभा क्षेत्र में दो मतगणना केंद्र होंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्य के दौरान 56 मतगणना पर्यवेक्षक, 30 निर्वाचन अधिकारी और 180 सहायक निर्वाचन अधिकारी तैनात रहेंगे। बयान में कहा गया है कि इसके अलावा 614 सहायक निर्वाचन अधिकारियों को डाक मतपत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को दौर वार बाहर निकाला जाएगा और मतगणना कक्ष में लाया जाएगा
भारती ने बताया कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। स्ट्रांग रूम को निर्वाचन अधिकारी/सहायक निर्वाचन अधिकारी, प्रत्याशी या उनके अधिकृत प्रतिनिधियों तथा निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में खोला जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को दौर वार बाहर निकाला जाएगा और मतगणना कक्ष में लाया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री मनसुख मांडविया और पुरुषोत्तम रुपाला शामिल
बयान में कहा गया है कि राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) मतगणना स्थल पर मौजूद रहेंगे, तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) मतगणना केंद्र के बाहर तथा स्ट्रांग रूम के द्वार पर मौजूद रहेंगे। प्रमुख उम्मीदवारों में गांधीनगर से केंद्रीय गृह मंत्री शाह, तथा पोरबंदर और राजकोट से क्रमश: कैबिनेट मंत्री मनसुख मांडविया और पुरुषोत्तम रुपाला शामिल हैं।
प्रचार के दौरान राजकोट में रूपाला की टिप्पणी को लेकर भाजपा को क्षत्रिय समुदाय के गुस्से का सामना करना पड़ा था। उन्होंने दावा किया था कि समुदाय के कई शासकों के अंग्रेजों और अन्य विदेशी आक्रमणकारियों के साथ "रोटी और बेटी" (विवाह और व्यापार) के संबंध थे।
2002 के विधानसभा चुनावों में रूपाला को हराया था
रुपाला का मुकाबला पूर्व कांग्रेस विधायक परेश धनानी से था, जिन्होंने 2002 के विधानसभा चुनावों में रूपाला को हराया था। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा है। उसे उम्मीद है कि उसका यह कदम विपक्षी मतों के विभाजन को रोकने में कारगर साबित होगा।
भाजपा को 2014 और 2019 के अपने प्रदर्शन को दोहराने से भी रोकेगा। गठबंधन के तहत कांग्रेस ने 24 सीट (सूरत सहित) पर अपने उम्मीदवार उतारे जबकि ‘आप’ ने भावनगर और भरूच सीट पर प्रत्याशी खड़े किए हैं।