Surat Building Collapse: सूरत में 6 मंजिला इमारत जमींदोज; अब तक 7 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
By अंजली चौहान | Published: July 7, 2024 08:17 AM2024-07-07T08:17:17+5:302024-07-07T08:18:16+5:30
Surat Building Collapse: हालांकि तलाशी अभियान अभी भी जारी है, बचावकर्ताओं का मानना है कि मलबे के नीचे अब कोई निवासी नहीं फंसा है।
Surat Building Collapse:गुजरात के सूरत शहर में एक छह मंजिला इमारत गिरने से बड़ा हादसा हो गया। ताश के पत्तों की तरह जमींदोज हुई इमारत के मलबे में कई लोग फंस गए हैं जिन्हें बाहर निकालने का काम जारी है। बताया जा रहा है कि शनिवार दोपहर करीब 2.45 बजे इमारत के ढहने से 15 अन्य घायल हो गए। जिसके बाद राहत-बचाव का कार्य शुरू किया गया तो एक के बाद एक लोगों की लाश निकलना शुरू हो गई।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि छह मंजिला इमारत ढहने के एक दिन बाद मलबे से सात शव निकाले गए।
पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के बीच सचिन पाली गांव में आवासीय इमारत ढह गई, जिसमें 30 अपार्टमेंट थे और पांच में लोग रहते थे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी बसंत पारीक ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "पूरी रात तलाशी अभियान जारी रहा। सात शव बरामद किए गए हैं।"
#UPDATE | Gujarat: Chief Fire Officer, Surat, Basant Pareek says, "...The search operation continued throughout the night. Seven dead bodies have been recovered..." https://t.co/HVUp7jB6ropic.twitter.com/X6ojSZAu1a
— ANI (@ANI) July 7, 2024
उन्होंने बताया कि सातवां शव सुबह करीब छह बजे निकाला गया। हालांकि तलाशी अभियान अभी भी जारी है, लेकिन बचावकर्मियों का मानना है कि मलबे के नीचे कोई और निवासी नहीं फंसा है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को मलबे के नीचे से एक महिला को बचाया गया।
बचावकर्मियों ने घटनास्थल पर मलबे का पहाड़ बन चुके बड़े कंक्रीट स्लैब को हटाने के लिए रात भर काम किया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के कार्यकर्ताओं ने फंसे हुए निवासियों तक पहुंचने के लिए कंक्रीट को काटा। 2017 में बनी इस इमारत के ढहने के समय इसमें पांच परिवार रह रहे थे।
पुलिस के अनुसार, जब इमारत ढही, तब कई निवासी काम पर थे लेकिन कई अन्य, जो रात की शिफ्ट में काम करते थे, अंदर सो रहे थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि शनिवार को अचानक इमारत ढहने के बाद अफरा-तफरी मच गई और वे मलबे के नीचे से किसी को भी बचाने के लिए दौड़े। अधिकारियों ने बताया कि इमारत केवल आठ साल पुरानी थी, लेकिन अधिकांश फ्लैट खाली और जीर्ण-शीर्ण थे।
सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम गहलोत ने कहा कि लगभग पांच फ्लैटों में लोग रहते थे, जिनमें से अधिकांश इस क्षेत्र में कारखानों में काम करने वाले लोग थे। जब बचाव कार्य शुरू हुआ, तो हमने फंसे हुए लोगों की चीखें सुनीं। हमने मलबे से एक महिला को बचाया और उसे अस्पताल भेजा।
इससे पहले, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि मलबे के नीचे लगभग 6-7 लोगों के फंसे होने का संदेह है और उन्हें बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। उन्होंने कहा, "हम मलबे के अंदर से उनकी आवाजें सुन सकते हैं। उन्हें जल्द ही बचा लिया जाएगा।"