विदेश मंत्री जयशंकर का अमेरिका पर तंज, कहा- US का पाकिस्तान को लगातार समर्थन भी भारत-पाक समस्या को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार
By विनीत कुमार | Published: June 19, 2022 10:20 AM2022-06-19T10:20:03+5:302022-06-19T10:23:44+5:30
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर भारत-पाकिस्तान के बीच समस्याओं के लिए अमेरिका को भी जिम्मेदार ठहराया है। जयशंकर ने कहा कि अमेरिका के पाकिस्तान को समर्थन ने भी इस समस्या में योगदान दिया है।
नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ भारत की बहुत सारी समस्याएं सीधे तौर पर अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दिए गए समर्थन की वजह से हैं। केंद्रीय मंत्री ने शनिवार को एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में ये बात कही।
सीएनएन न्यूज18 के कार्यक्रम में जयशंकर ने ये बड़ी बात उस समय कही जब हाल ही में अमेरिका ने पाकिस्तान को अपना साझीदार बताया था। पाकिस्तान जबकि लगातार जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और आतंकवाद को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका निभाता रहा है।
अमेरिका पर जयशंकर का ये तंज जो बाइडन प्रशासन द्वारा दिए गए इस बयान के भी बाद आया है जिसमें कहा गया था वाशिंगटन इस्लामाबाद के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों को उस तरह से देख रहा है जो दोनों देशों के पारस्परिक हितों के लिए ठीक है। बता दें कि अमेरिका कई बार ये कहता रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति जीरो-टॉलरेंस की है।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने गुरुवार को पाकिस्तान को अमेरिका का सहयोगी करार दिया था। प्राइस ने कहा था, 'पाकिस्तान हमारा एक साझीदार है और हम उस साझेदारी को एक तरीके से आगे बढ़ाने के तरीकों की तलाश करेंगे। हम उन तरीकों की तलाश करेंगे जो हमारे हित और हमारे आपसी हित के लिए भी ठीक हो।'
इससे पहले मई में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के निमंत्रण पर अमेरिका के दौरे पर थे।
पाकिस्तान के साथ संबंधों पर जयशंकर क्या बोले?
पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों पर बोलते हुए जयशंकर ने दावा किया कि सीमा के दोनों ओर कुछ लोगों ने दोनों देशों के बीच संबंधों को सुचारू बनाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना में अधिक मेहनत की है। विदेश मंत्री ने पूछा अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही प्रधानमंत्री ने दोस्ती का हाथ बढ़ाने की हर संभव कोशिश की, 'लेकिन आखिर क्या गलत हुआ?'
अपने ही सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'उरी, पठानकोट और पुलवामा को रोकने में नाकाम रहने के कारण पाकिस्तान गलत हो गया।'
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था, 'भारत पर पाकिस्तान की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पाकिस्तान हमेशा भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहता है। हमने लगातार रचनात्मक जुड़ाव और मुख्य मुद्दा जम्मू-कश्मीर सहित अन्य विवादों को बातचीत से हल करने के इच्छुक हैं।'
जयशंकर ने पाकिस्तान के इस बयान को लेकर कहा कि वह भारत-पाकिस्तान संबंधों को सुधारने की किसी की इच्छा को कम नहीं करना चाहते हैं पर उन 'अच्छे शब्दों का जमीन पर कार्रवाई के साथ मेल होना चाहिए।'
जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान सरकार अभी भी नई है और अभी हम केवल इंतजार और देख सकते हैं कि वह शासन के लिए किस रास्ते को चुनती है।