कोविड के बाद युवाओं में हृदयाघात से अचानक मौत के मामलों पर अध्ययन जारी, मनसुख मांडविया ने संसद में जानकारी दी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 21, 2023 05:48 PM2023-07-21T17:48:44+5:302023-07-21T17:50:06+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में जानकारी दी कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) महामारी के बाद दिल के दौरे पड़ने के बढ़ते मामलों के संबंध में तथ्यों का पता लगाने के लिए तीन अलग-अलग अध्ययन कर रहा है।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी के बाद अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत होने के कई मामले सामने आए थे। यह भी देखा गया कि कई युवा और स्वस्थ लोगों ने अचानक हर्ट अटैक से अपनी जान गंवा दी। इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में जानकारी दी कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) महामारी के बाद दिल के दौरे पड़ने के बढ़ते मामलों के संबंध में तथ्यों का पता लगाने के लिए तीन अलग-अलग अध्ययन कर रहा है।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद कुछ युवाओं की अचानक मृत्यु के मामले सामने आये हैं लेकिन इसका कारण बताने के लिए पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने बताया कि आईसीएमआर के वैज्ञानिकों का अध्ययन जारी है।
मंडाविया ने कहा कि भारत में 18 साल से 45 साल के वयस्कों में अचानक मृत्यु के मामलों से जुड़े कारकों पर एक अध्ययन करीब 40 अस्पतालों/अनुसंधान केंद्रों में चल रहा है। मांडविया ने कहा कि इसके अलावा युवाओं में अचानक मृत्यु के मामलों के कारणों का पता लगाने के लिए वर्चुअल और प्रत्यक्ष ऑटोप्सी के माध्यम से भी एक अध्ययन चल रहा है।
बता दें कि कोविड-19 महामारी के बाद कई ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिनमें हंसते खेलते और डांस कर रहे लोगों को दिल का दौरा पड़ जाने के मामले आए थे। सिद्धार्थ शुक्ला और राजू श्रीवास्तव जैसे सेलिब्रिटीज भी ने भी ऐसे ही हादसों में अपनी जान गंवा दी थी। राजू की मौत जिम में कसरत करते हुए हुई थी। वहीं सिद्धार्थ को अचानक दिल का दौरा पड़ा था।
बीते साल 2 सितंबर को सिद्धार्थ शुक्ला का 40 साल की उम्र में अचानक कार्डियक अरेस्ट से उनका निधन हो गया था। सिद्धार्थ शुक्ला 1 सितंबर 2021 यानी बुधवार की शाम तक ठीक थे और हर रात की तरह उस रात भी समय से सो गए थे। रात के करीब 3 से 4 बजे के बीच उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ। ऐसी कई घटनाओं के बाद इसके लिए कोविड महामारी को जिम्मेदार बताया गया। सरकार से इस संबंध में विस्तृत अध्ययन कराने की मांग भी की गई थी।