बेंगलुरु विश्वविद्यालय में बन रहे गणेश मंदिर का छात्रों ने किया विरोध, परिसर में फैला तनाव
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 9, 2022 09:51 PM2022-09-09T21:51:53+5:302022-09-09T21:57:25+5:30
बेंगलुरु विश्वविद्यालय परिसर में बन रहे गणेश मंदिर का विरोध करते हुए प्रदर्शनकारी छात्रों ने दावा किया कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका मनमाना तरीके से विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार और कुलपति द्वारा किये गये विरोध के बावजूद परिसर में मंदिर निर्माण करवा रहा है।
बेंगलुरु:कर्नाटक की राजधानी स्थित बेंगलुरु विश्वविद्यालय के छात्रों ने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में बनवाये जा रहे भगवान गणेश मंदिर के निर्माण का भारी विरोध किया गया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने दावा किया कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका मनमाना तरीके से विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार और कुलपति द्वारा किये गये विरोध के बावजूद विश्वविद्यालय परिसर में मंदिर का निर्माण कार्य करवा रहा है।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय के ज्ञानभारती परिसर में पहले से ही एक गणेश मंदिर था, जो मैसूर रोड पर मल्लथहल्ली के रास्ते में था। हालांकि सड़क विस्तार के कारण इसे जबरदस्ती ध्वस्त कर दिया गया था और बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका ने मनमाने तरीके से एक प्रस्तावित किया कि गणेश मंदिर को विश्वविद्यालय परिसर स्थित खेल मैदान में स्थापित किया जाएगा।
खबरों के अनुसार प्रदर्शनकारी छात्रों ने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के इस प्रस्ताव का विरोध पहले भी किया था और जब निगम द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में गणेश मंदिर की नींव रखी जा रही थी तो छात्रों ने निर्माण कार्य को भी रोकने का प्रयास किया।
मामले में छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालय परिसर में केवल शैक्षिक गतिविधियों का आदेश है न कि परिसर शिक्षा की जगह धार्मिक कार्यों को बढ़ाने देने का स्थान है। इसके साथ ही छात्रों ने आरोप लगाया कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका विश्वविद्यालय का भगवाकरण करने की कोशिश कर रहा है और इसलिए परिसर में मंदिर बनवाया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि परिसर में गणेश मंदिर का निर्माण पहले से प्रस्तावित था, पुराना मंदिर सड़क विस्तार की जद में आ गया था। इसलिए उसकी जगह नए मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में मंदिर निर्माण का विरोध करने वाले छात्र और संकाय सदस्य इस मामले में शरारत कर रहे हैं और शैक्षिक वातावरण को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
दूसरी तरफ विश्वविद्यालय का शिक्षक परिषद भी आंदोलनकारी छात्रों के साथ आ गया है और शिक्षक परिषद ने बेंगलुरु प्रशासन से मांग की है कि विश्वविद्यालय परिसर में मंदिर बनवाने वाले निगम के अधिकारियों को खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए और उन्हें निलंबन करके पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
इसके साथ ही शिक्षकों का यह भी कहना है कि कथित तौर पर निगम के कुछ अधिकारी इस मामले में विशेष रूची लेते हुए परिसर में होने वाले गणेश मंदिर के निर्माण कार्य में संलग्न हैं, ऐसे अधिकारियों और इंजीनियरों का फौरन तबादला होना चाहिए।