गणतंत्र दिवस के लिए जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
By भाषा | Published: January 23, 2020 06:03 PM2020-01-23T18:03:25+5:302020-01-23T18:03:25+5:30
नौशेरा सेक्टर में एक जनवरी को सेना द्वारा घुसपैठियों के एक समूह को रोकने के दौरान गोलाबारी में दो सैनिक शहीद हो गए थे। “पिछले वर्षों की तुलना में, इस बार हमारे साथ अधिक केंद्रीय अर्धसैनिक बल उपलब्ध हैं और खतरे को ध्यान में रखते हुए तैनाती की जा रही है।
सीमा पार आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में मिली खुफिया सूचनाओं के मद्देनजर और गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अधिकरियों ने बताया कि जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल जी सी मुर्मू 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य आयोजन स्थल मौलाना आजाद स्टेडियम में सलामी लेंगे।
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने कहा,‘‘जम्मू को अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और पूरे क्षेत्र में पर्याप्त तैनाती की गई है। विशेष रूप से मुख्य समारोह स्थल और इसके आसपास के क्षेत्रों की जांच चल रही है।’’ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की आशंका के बारे में खुफिया सूचनाएं मिली हैं और इस कारण सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ बैठक कर घुसपैठ की रोकथाम और आतंकियों के प्रयास को विफल करने के उपायों के बारे में चर्चा की गई है।
इस महीने की शुरुआत में राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के किनारे आतंकवादियों के एक समूह की घुसपैठ की खबरों को देखते हुए सुरक्षबलों को तैनात किया गया है। नौशेरा सेक्टर में एक जनवरी को सेना द्वारा घुसपैठियों के एक समूह को रोकने के दौरान गोलाबारी में दो सैनिक शहीद हो गए थे। “पिछले वर्षों की तुलना में, इस बार हमारे साथ अधिक केंद्रीय अर्धसैनिक बल उपलब्ध हैं और खतरे को ध्यान में रखते हुए तैनाती की जा रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सीमाओं के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। घुसपैठ के सभी रास्तों पर बैरिकेड लगाकर चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं।’’ उन्होंने कहा कि तैनाती के अलावा पुलिस और अन्य सुरक्षा बल गणतंत्र दिवस समारोह को बाधित करने वाले राष्ट्र-विरोधी तत्वों के हर प्रयास को विफल करने के लिए हवाई निगरानी यंत्रों का उपयोग कर रहे हैं।