बैंक में हड़तालः नकदी निकासी और जमा सेवा प्रभावित, तीन दिन नहीं करेंगे काम, जानिए क्या है मांग

By भाषा | Published: January 31, 2020 03:32 PM2020-01-31T15:32:23+5:302020-01-31T15:32:23+5:30

बैंक कर्मचारियों के संगठन वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 31 जनवरी से दो दिन की हड़ताल पर हैं। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे निजी क्षेत्र के बैंक खुले हैं। भारतीय स्टेट बैंक समेत विभिन्न बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया है कि हड़ताल की वजह से बैंकिंग सेवाओं पर कुछ असर पड़ सकता है

Strike in bank: cash withdrawal and deposit service affected, will not work for three days, know what is the demand | बैंक में हड़तालः नकदी निकासी और जमा सेवा प्रभावित, तीन दिन नहीं करेंगे काम, जानिए क्या है मांग

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) ने इस हड़ताल का आह्वान किया है।

Highlightsबैंककर्मियों की हड़ताल से नकदी जमा और निकासी, चेक क्लीरेंस और कर्ज वितरण जैसी सेवाएं प्रभावित रहीं। उल्लेखनीय है कि बैंक रविवार समेत लगातार तीन दिन बंद रहेंगे।

बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी निकासी और जमा समेत विभिन्न सेवाएं प्रभावित हुईं।

बैंक कर्मचारियों के संगठन वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 31 जनवरी से दो दिन की हड़ताल पर हैं। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे निजी क्षेत्र के बैंक खुले हैं। भारतीय स्टेट बैंक समेत विभिन्न बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया है कि हड़ताल की वजह से बैंकिंग सेवाओं पर कुछ असर पड़ सकता है।

बैंककर्मियों की हड़ताल से नकदी जमा और निकासी, चेक क्लीरेंस और कर्ज वितरण जैसी सेवाएं प्रभावित रहीं। उल्लेखनीय है कि बैंक रविवार समेत लगातार तीन दिन बंद रहेंगे। सरकारी बैंकों की हड़ताल ऐसे समय हो रही है जब शुक्रवार से बजट सत्र शुरू हो रहा है और शनिवार को वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश किया जाना है।

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) ने इस हड़ताल का आह्वान किया है। यह ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (एआईबीओसी), ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयज एसोसिएशन (एआईबीईए) और नेशनल आर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स समेत नौ कर्मचारी संगठनों का निकाय है।

यूनियन का दावा है कि सार्वजनिक बैंकों और निजी क्षेत्र के कुछ बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में भाग ले रहे हैं। शुरुआती खबरों के मुताबिक, देश के कई हिस्सों में सार्वजनिक बैंकों की शाखाएं बंद हैं। बैंक कर्मचारियों के वेतन संशोधन का मामला नवंबर 2017 से लंबित है।

हड़ताल से मप्र की 95 फीसद बैंक शाखाओं में कामकाज प्रभावित : संगठन

वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मियों की देश भर में शुक्रवार से शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुईं। मध्यप्रदेश बैंक एम्प्लॉयीज एसोसिएशन (एमपीबीईए) के सचिव एमके शुक्ला ने बताया, "हड़ताल के कारण सूबे में सरकारी बैंकों, निजी क्षेत्र के पुराने वाणिज्यिक बैंकों और अन्य क्षेत्रों के बैंकों की कुल 7,428 शाखाओं में से लगभग 7,000 शाखाओं में काम ठप है।"

उन्होंने बताया कि राज्य में बैंक हड़ताल में कुल 32,000 में से 31,000 अधिकारी-कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं। इससे बैंक शाखाओं में धन जमा करने और निकालने के साथ चेक निपटान, सावधि जमा (एफडी) योजनाओं का नवीनीकरण, सरकारी खजाने से जुड़े काम और अन्य नियमित कार्य प्रभावित हो रहे हैं।

शुक्ला ने दावा किया कि बैंक हड़ताल से राज्य के करीब 9,700 एटीएम में नकदी डालने का काम भी प्रभावित हो रहा है। वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मचारी राज्य भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य में आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे निजी क्षेत्र के कुछेक बैंकों की शाखाएं खुली हैं। 

Web Title: Strike in bank: cash withdrawal and deposit service affected, will not work for three days, know what is the demand

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