वंदे भारत ट्रेन पर पथराव करना पड़ेगा भारी, होगी 5 साल की जेल; रेलवे ने दी चेतावनी
By अंजली चौहान | Published: March 29, 2023 04:16 PM2023-03-29T16:16:59+5:302023-03-29T16:18:45+5:30
तेलंगाना में विभिन्न स्थानों से वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव की कई घटनाओं के बाद यह चेतावनी आई है कि ऐसी घटना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
तेलंगाना: केंद्र सरकार ने कई राज्यों में वंदे भारत ट्रेन की सुविधा शुरू की है। इस नई ट्रेन के आने से यात्रियों को काफी सहूलियत हुई है। हालांकि, इसके बाद भी कई ऐसी घटनाएं सामने आई है जब वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया।
ऐसे में इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए के लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। मंगलवार को दक्षिण मध्य रेलवे ने जनता से वंदे भारत ट्रेन पर पथराव जैसी असामाजिक गतिविधियों में शमिल न होने की अपील की है क्योंकि अगर कोई ऐसा करता है तो उसे करीब 5 साल जेल की सजा भुगतनी होगी।
दरअसल, तेलंगाना में विभिन्न स्थानों से वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव की कई घटनाओं के बाद यह चेतावनी आई है। एससीआर की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि काजीपेट, खम्मन, काजीपेट-भोंगिर और एलुरु-राजमुंदरी में हाल के दिनों में वंदे भारत ट्रेनों को बदमाशों ने निशाना बनाया और पत्थरबाजी की नौ घटनाएं हुई हैं।
वंदे भारत पर पत्थराव की सजा 5 साल
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 के फरवरी महीने में इसके उद्घाटन के बाद से तेलंगाना, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगड़ और पश्चिम बंगाल में वंदे भारत एक्सप्रेस पर हमले की घटना सामने आई थी।
दक्षिण मध्य रेलवे ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ट्रेनों पर पथराव एख आपराधिक अपराध है और अपराधियों के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 153 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिसके अनुसार आरोपी को 5 साल जेल की सजा हो सकती है और उसे सलाखों के पीछे रहना होगा।
गौरतलब है कि रेलवे सुरक्षा बल द्वारा कई मामले दर्ज किए जाने के बाद अब तक इस अपराध में 39 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बल की तैनाती
इंडिया टुडे के मुताबिक, साउथ मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सी.आर. राकेश के अनुसार, रेलवे सुरक्षा बल कई तरह के उपाय कर रहा है। जैसे की लोगों में जागरूकता अभियान और पटरियों के पास के गांवों के सरपंचों के साथ बातचीत करके उन्हें जागरूक किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि पथराव के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है।
बता दें कि 11 मार्च को हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना सामने आई थी। इस हमले में एक कोच की खिड़ी के शीशे टूट गए थे।
ऐसी ही कई और घटनाएं देश के अलग-अलग राज्यों से सामने आई है। ऐसे में रेलवे के इस कदम से इन घटनाओं को काबू करने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है।