SSB ने पत्र लिखकर किया खुलासा, जालिम मुखिया नेपाल के रास्ते कोरोना से संक्रमित 40 से 50 लोगों को बिहार में भेजकर रच रहा है साजिश
By एस पी सिन्हा | Published: April 10, 2020 09:26 PM2020-04-10T21:26:34+5:302020-04-10T21:29:22+5:30
एसएसबी की चिट्ठी में जालिम मुखिया के नाम का उल्लेख किया गया है. जिस शख्स के नाम का उल्लेख किया गया है उस पर भारत विरोधी काम करने का आरोप है.
पटना: नेपाल के रास्ते भारत में कोरोना संक्रमन को लोगों के बीच फैलाने की एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. इसतरह से बिहार में कोरोना संक्रमण को तेजी फैलान की साजिश का पर्दाफाश हो गया है. एसएसबी के एक गोपनीय पत्र से यह खुलासा हुआ है कि नेपाल में बैठा दहशतगर्द बिहार में कोरोना संक्रमण को फैलाने की घिनौनी साजिश रच रहा है. इसके बाद पश्चिम चंपारण के डीएम ने एसपी को पत्र लिखकर अलर्ट किया है कि नेपाल के पारसा जिले के सेरवा थाने के जानकी टोला पोस्ट ऑफिस के तहत जगनाथपुर गांव का रहने वाला जालिम मुखिया भारत में कोरोना महामारी फैलाने की योजना बना रहा है.
वहीं, डीएम ने अपने पत्र में आगाह करते हुए लिखा है कि 40 से 50 समुदाय विशेष के भारतीय नागरिकों के भारत आने की सूचना है. अनुरोध है कि भारत-नेपाल सीमा पर सतर्कता बरती जाए तथा किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर कड़ाई से निगरानी की जाए. एसएसबी ने बेतिया के डीएम और एसपी को चिट्ठी लिखकर जानकारी दी है कि नेपाल के रास्ते से कोरोना संक्रमित जमात वालों को भारत में भेजने की साजिश चल रही है.
गोपनीय चिट्ठी के जरिए बेतिया के डीएम और एसपी को अलर्ट किया गया है. एसएसबी ने जो खुफिया इनपुट दिया है, उसके मुताबिक बिहार से सटे नेपाल की सीमा का इस्तेमाल भारत में कोरोना संक्रमित लोगों को लाने के लिए किया जा सकता है. एसएसबी की तरफ से जारी किए गए अलर्ट के मुताबिक बिहार नेपाल सीमा पर सक्रिय जाली नोटों के मास्टरमाइंड इन लोगों को भारत में एंट्री दिलाने की साजिश रच रहे हैं.
इस पत्र के बाद बिहार के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने कहा कि किसी को घुसने नही दिया जाएगा. मामला नेपाल में है लेकिन हमने अपने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है.
मरकज मामले में करवाई हो रही है. उन्होंने कहा कि एसएसबी ने यह नहीं कहा है कि नेपाल से लोग घुसपैठ कर के आए गए हैं. एसएसबी ने इसको लेकर आशंका जताई है. हमने पुलिस को अलर्ट कर दिया है और इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय को जानकारी दे दी गई है. सुबहानी ने कहा कि किसी को भी हमारी सीमा से प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गोपनीय चिट्ठी में बकायादा कोरोना संदिग्धों के धर्म के बारे में भी जिक्र किया गया है. एसएसबी की चिट्ठी में जालिम मुखिया के नाम का उल्लेख किया गया है. जिस शख्स के नाम का उल्लेख किया गया है उस पर भारत विरोधी काम करने का आरोप है. सीमा सुरक्षा बल ने 3 अप्रैल 2020 को पत्र लिखकर बेतिया डीएम को पूरी साजिश की जानकारी दी थी.
एसएसबी के पत्र के बाद 7 अप्रैल को बेतिया डीएम ने एसपी समेत अन्य अधिकारियों को कोरोना संदिग्ध के नेपाल से भारत आने की गतिविधि के बारे में जानकारी दी थी. एसएसबी की तरफ से अलर्ट जारी होने के बाद पश्चिम चंपारण के डीएम ने पुलिस अधीक्षक सहित जिले के अन्य पुलिस अधिकारियों को इसे लेकर अलर्ट मोड में रहने को कहा है. पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि जाली नोटों के रैकेट का मास्टरमाइंड जाली मुखिया भारत में महामारी फैलाने की योजना बना रहा है. वह नेपाल से बिहार के रास्ते भारत में कोरोना के 40 से 50 इनफेक्टेड लोगों को प्रवेश दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है.
बताया जाता है कि जालिम मुखिया नेपाल के परसा जिला के सेरवा थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव का रहने वाला है .वह भारत में कोरोणा महामारी फैलाने की योजना बना रहा है. जालिम मुखिया नेपाल-भारत से हथियार के अवैध सप्लाई और एफआईसीएन तस्करी में भी शामिल है. यही जालिम मुखिया भारत विरोधी गतिविधि में शामिल रहा है. भारत में हथियार सप्लाई से लेकर जाली नोट के कारोबार में इसकी भूमिका बताई जाती है. जानकारी के अनुसार जालिम मुखिया नेपाल कंम्यूनिस्ट पार्टी का सक्रिय सदस्य बताया जाता है. यह पहले माओवादी का भी सदस्य था. नेपाल में पिछली बार हुए चुनाव में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी. जालिम मुखिया का घर परसा जिले के जगन्नाथपुर है जो कि बेतिया के सिकटा सीमा से लगी हुई है. वहीं, एसएसबी के इनपुट के बाद अब भारत-नेपाल सीमा पर हडकंप की स्थिति है और बिहार सरकार के होश उडे हुए हैं.