रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी मामले में आजम खान ने मांगी माफी, स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों को दी ये नसीहत
By आदित्य द्विवेदी | Published: July 29, 2019 11:20 AM2019-07-29T11:20:52+5:302019-07-29T11:20:52+5:30
आजम खान की माफी के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन सबकी सहमति से चलता है। उन्होंने सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि आगे से किसी भी सदस्य को कुछ बोलना है तो वो चेयर को संबोधित करते हुए बोलेगा। इधर-उधर नहीं देखेगा।
सपा सांसद आजम खान ने लोकसभा में अपनी अभद्र टिप्पणी पर माफी मांग ली है। सोमवार को लोकसभा की कार्रवाई शुरू होते ही सपा सांसद आजम ने कहा, 'मेरी ऐसी कोई भावना चेयर के प्रति ना थी और ना हो सकती है। मेरे भाषण और आचरण के को सारा सदन जानता है, इसके बावजूद भी चेयर को ऐसा लगता है कि मेरे से कोई गलती हुई है तो मैं उसकी क्षमा चाहता हूं।'
बीजेपी सांसद रमा देवी ने कहा कि आजम खान जी की टिप्पणी से देश के महिला और पुरुष दोनों को दुख पहुंचा है। वो इस बात को समझते हैं। इनकी आदत बिगड़ी हुई है। जरूरत से ज्यादा बिगड़ी हुई है। मैं यहां ऐसी टिप्पणियां सुनने के लिए नहीं आई हूं।
आजम खान की माफी के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन सबकी सहमति से चलता है। उन्होंने सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि आगे से किसी भी सदस्य को कुछ बोलना है तो वो चेयर को संबोधित करते हुए बोलेगा। इधर-उधर नहीं देखेगा।
SP Azam Khan in Lok Sabha: Meri aisi koi bhavna Chair ke prati na thi na ho sakti hai. Mere bhashan aur acharan ko sara sadan janta hai, iske bawjood bhi Chair ko aisa lagta hai ki mere se koi galti hui hai toh main uski kshama chahta hun. pic.twitter.com/2lMB07llyQ
— ANI (@ANI) July 29, 2019
क्या है पूरा मामला
तीन तलाक बिल पर लोकसभा में बोलते हुये आजम खान ने कहा, मुख्तार अब्बास नकवी कहां हैं, इस पर स्पीकर रमा देवी ने कहा कि आप इधर-उधर की बात न करें बल्कि चेयर की ओर देखकर अपना विषय रखें। इस पर आजम खान ने स्पीकर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी, जिससे हंगामा हो गया और बीजेपी समेत कई दलों के सांसद उनसे माफी की मांग करने लगे।
इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कुर्सी संभाल ली और सदन को शांत करवाने की कोशिश की। स्पीकर की अनुमति के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्पष्टीकरण भी पेश किया। इसके बाद आजम खान को बोलने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसे अपमान के बाद वो नहीं बोल सकते और सदन से बाहर निकल गए।
इससे पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019’ को चर्चा एवं पारित करने के लिये पेश किया जिसमें विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की संरक्षा करने और उनके पतियों द्वारा तीन बार तलाक बोलकर विवाह तोड़ने को निषेध करने का प्रावधान किया गया है।