स्मृति ईरानी का हमला, कहा-घमंडी राहुल गांधी ने किया अमेठी की जनता का अपमान
By स्वाति सिंह | Published: May 6, 2019 04:48 PM2019-05-06T16:48:47+5:302019-05-06T16:49:25+5:30
स्मृति ईरानी ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बूथ कैप्चरिंग करा रहे हैं । स्मृति ने आज एक ट्वीट कर कहा ''एलर्ट ईसीआईएसवीईईपी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बूथ कैप्चरिंग करा रहे हैं।''
लोकसभा चुनाव को लेकर सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का अमेठी दौरा होना था, जो किसी करणवश रद्द हो गया। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपी प्रत्याशी नेता स्मृति ईरानी ने राहुल पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा 'राहुल ने आज वोटिंग के दिन एक बार फिर अमेठी की जनता को धोखा दिया, मुझे ये नहीं पता था कि वो इतने घमंडी हो जाएंगे अमेठी की जनता को लेकर, वोटिंग के दिन भी नहीं आएंगे। इतना बड़ा अपमान करने की क्या जरूरत थी?'
स्मृति ने राहुल गांधी पर लगाया बूथ कैप्चरिंग कराने का आरोप
स्मृति ईरानी ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बूथ कैप्चरिंग करा रहे हैं । स्मृति ने आज एक ट्वीट कर कहा ''एलर्ट ईसीआईएसवीईईपी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बूथ कैप्चरिंग करा रहे हैं।''
BJP leader Smriti Irani in Amethi: Rahul Gandhi ne aaj voting ke din ek baar phir Amethi ki janta ko dhoka diya hai. Mujhe yeh nahi pata tha ki woh itne ghamandi ho jaayenge Amethi ki janta ko lekar ki voting ke din bhi nahi aayenge. Itna bada apmaan karne ki kya zaroorat thi. pic.twitter.com/whPrpyKP8f
— ANI UP (@ANINewsUP) May 6, 2019
उन्होंने एक ट्वीट को टैग किया जिसमें एक वीडियो में एक बुजुर्ग महिला जबरदस्ती कांग्रेस के पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगा रही है। वीडियो में कथित महिला कह रही है ‘‘हाथ पकड़ कर जबरदस्ती पंजा पर धर दिहिन, हम देहे जात रहिन कमल पर ।' इस मामले में अभी तक कोई लिखित शिकायत चुनाव अधिकारियों को नहीं मिली है ।
Alert @ECISVEEP Congress President @RahulGandhi ensuring booth capturing. https://t.co/KbAgGOrRhI
— Chowkidar Smriti Z Irani (@smritiirani) May 6, 2019
अमेठी में हर जगह राहुल पर हमला बोल रही हैं ईरानी
चुनाव प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि अमेठी के लापता सांसद (राहुल गांधी) ने जिले को बदहाली के सिवा कुछ नहीं दिया। आप लोग मुझे अपनी बहन कहते हैं। मैं हमेशा यहां के लोगों के साथ रहूंगी। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेठी को लोगों द्वारा स्नेह के बावजूद एक लापता सांसद मिल गया है।
2017 के विधानसभा चुनाव पर स्मृति ने कहा कि अमेठी के लोगों ने बीजेपी को अपना आशीर्वाद दिया। अमेठी लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की 5 में से 4 सीटें बीजेपी ने जीती। अमेठी में कमल खिल रहा है। यह सब लोगों के स्नेह और विश्वास के कारण है। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अमेठी में हर जगह लोगों की मदद की है।
अमेठी में लोगों का वनवास अब खत्म होने जा रहा है। हम 23 मई को दिवाली मनाएंगे। नामदारों ने पिछले 55 सालों से अमेठी को केवल छला है। यहां के लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी नही मिल सकी हैं। अमेठी परिवर्तन की ओर बढ़ चला है। अमेठी के लोग विकास चाहते हैं। इसलिए अमेठी ने मोदी और योगी पर भरोसा जताते हुए फैसला कर लिया है कि इस बार नामदारों की विदाई जरूर होगी।
अमेठी में जनता का मूड थोड़ा अलग ही
इस बार जनता का मूड थोड़ा उल्टा चल रहा। अमेठी के गौरीगंज क्षेत्र में भाजपा की स्मृति ईरानी खूब चर्चा में हैं तो राहुल भी अमेठी दूसरे छोर यानि की पीपरपुर, भीमी, धम्मौर और मुंशीगज क्षेत्रों में एक बार फिर जीत की ओर है, लेकिन इनकी संख्या कुछ कम है। अमेठी के लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से हम खुश हैं।
एक युवा ने कहा कि हम मोदी से खुश है। स्थानीय दुकानदार ने कहा कि राहुल गांधी सांसद हैं। विकास तो नहीं हुआ, लेकिन वोट तो उनको ही देंगे। कुछ और लोगों ने कहा कि मोदी ने अच्छा काम किए। सर्जिकल स्ट्राइक हो, पुलवामा हो वह सभी काम मोदी ने किया है। हम लोग मोदी को वोट देंगे।
अमेठी के पास शुकुल बाजार विकास खंड के रहने वाले करीब अस्सी साल के एक बुज़ुर्ग राम नरेश संजय गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक के कार्यकाल को याद करते हैं लेकिन बेहद दुखी मन से कहते हैं कि राहुल गांधी आम जनता से उस तरह नहीं घुले-मिले हैं जैसे कि राजीव गांधी मिलते थे। लोगों ने कहा कि राहुल गांधी मुंशीगंज गेस्ट हाउस से बाहर नहीं निकलते हैं और अमेठी वालों को इस बात से काफी तकलीफ भी है। परसौली गांव के दीपक शुक्ल भी उन्हीं में से एक हैं। वह कहते हैं, "राहुल गांधी की यही स्थिति रही तो अगला चुनाव उनके हाथ से निकल भी सकता है।"
अमेठी में कभी राहुल गांधी के सहायक के तौर पर काम देखने वाले और अभी भी कांग्रेस पार्टी में ही एक पदाधिकारी नाम न बताने की शर्त पर कहते हैं कि इसमें कोई दो राय नहीं कि राहुल गांधी की वजह से अमेठी में गांधी परिवार की चमक फीकी पड़ रही है, लेकिन वह इसके लिए राहुल गांधी के कुछ सलाहकारों को दोषी ठहराते हैं जो उन्हें लोगों से मिलने ही नहीं देते हैं।