स्मृति ईरानी ने कहा- कांग्रेस को बताना होगा कि वह कब तक सावरकर का अपमान करेगी
By भाषा | Published: January 3, 2020 10:12 PM2020-01-03T22:12:25+5:302020-01-03T22:12:25+5:30
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ‘भगवा’ वाले बयान के बारे में पूछने पर ईरानी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राजनीति और धर्म को मिलाने का काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद लोकसभा चुनाव के दौरान गवाह हूं कि श्रीमती वाड्रा ने चुनाव जीतने के लिए किस तरह सड़कों पर नमाज पढ़ी। धर्म और राजनीति को मिलाने वालों के द्वारा हिंदू धर्म को परिभाषित करना सही नहीं है।’’
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कांग्रेस से सवाल किया कि वह कब तक वीर सावरकर के ‘‘बलिदानों का अपमान’’ करती रहेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्षी कांग्रेस को महाराष्ट्र के लोगों तथा देश के सभी देशभक्तों को यह जवाब देना होगा। उन्होंने कांग्रेसजनों से कहा कि वे कब तक सिर्फ इसलिए वीर सावरकर और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते रहेंगे, क्योंकि राहुल गांधी उन्हें ‘‘पूरी तरह नापसंद’’ करते हैं।
ईरानी ने दिल्ली भाजपा कार्यालय में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल कांग्रेस को मराठी लोगों और देश के सभी देशभक्तों को जवाब देना होगा कि वीर सावरकर के बलिदानों का अपमान कब तक जारी रहेगा।’’
कांग्रेस महाराष्ट्र में सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें शामिल शिवसेना सावरकर को लेकर कांग्रेस के रुख से संतुष्ट नहीं है। ईरानी ने यह सवाल भी किया कि कांग्रेस वीर सावरकर के ‘‘अपमान को जन्मसिद्ध अधिकार’’ क्यों मानती है।
उन्होंने दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के ‘‘मेरी दिल्ली मेरा सुझाव’’ अभियान की शुरुआत करने के दौरान यह बात कही। इस अभियान के दौरान मिले सुझावों के आधार पर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणापत्र का मसौदा तैयार किया जाएगा। इस मौके पर पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी भी मौजूद थे।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ‘भगवा’ वाले बयान के बारे में पूछने पर ईरानी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राजनीति और धर्म को मिलाने का काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद लोकसभा चुनाव के दौरान गवाह हूं कि श्रीमती वाड्रा ने चुनाव जीतने के लिए किस तरह सड़कों पर नमाज पढ़ी। धर्म और राजनीति को मिलाने वालों के द्वारा हिंदू धर्म को परिभाषित करना सही नहीं है।’’