ओपी राजभर के खिलाफ बनारस में हुई जमकर नारेबाजी, सुभासपा प्रमुख ने बताया बीजेपी की साजिश, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 14, 2022 09:24 PM2022-02-14T21:24:26+5:302022-02-14T21:29:04+5:30
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर बेटे अरविंद राजभर का नामांकन पत्र दाखिल करवाने जैसे ही कचहरी परिसर में दाखिल हुए वहां कथित तौर पर मौजूद वकीलों और अन्य लोगों ने ओमप्रकाश राजभर, अरविंद राजभर, सुभासपा और सपा के खिलाफ नारेबाजी की।
वाराणसी: सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ सोमवार को वाराणसी कचहरी परिसर में जमकर नारे बाजी हुई। इस मामले में ओपी राजभर ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा विपक्षी दलों के साथ डर की राजनीति कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग खुलेआम धमकी दे रहे हैं, विपक्षी नेताओं के साथ अभद्रता हो रही है। इसको पूरे यूपी की जनता देख रही है और समझ भी रही है।
दरअसल सोमवार को वाराणसी कचहरी परिसर में काफी गहमागहमी रही, क्योंकि यहीं पर जिला निर्वाचन कार्यालय है। जहां आज भाजपा समेत कई दलों के प्रत्याशियों ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
इसी क्रम में सुभासपा प्रमुख भी अपने बेटे अरविंद राजभर का वाराणसी के शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से पर्चा भरवाने के लिए पहुंचे थे। ओपी राजभर अपने प्रत्याशी बेटे अरविंद राजभर के साथ जैसे ही कचहरी परिसर में दाखिल हुए वहां कथित तौर पर मौजूद वकीलों और अन्य लोगों ने ओमप्रकाश राजभर, अरविंद राजभर, सुभासपा और सपा के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मामले में ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया और लिखा, "आज वाराणसी कचहरी परिसर में शिवपुर विधानसभा से सपा-सुभासपा गठबंधन के प्रत्याशी डॉ.अरविंद राजभर का नामांकन कराने पहुँचेतो भाजपा के गुंडे काली कोट में पहले से मौजूद थे और परिसर में मेरे एवं प्रत्याशी के साथ अभद्रता करने पर उतारू थे,और सरेआम हम दोनों को जान से मारने की धमकी दे रहे थे"
आज वाराणसी कचहरी परिसर में शिवपुर विधानसभा से सपा-सुभासपा गठबंधन के प्रत्याशी डॉ.अरविंद राजभर का नामांकन कराने पहुँचेतो भाजपा के गुंडे काली कोट में पहले से मौजूद थे और परिसर में मेरे एवं प्रत्याशी के साथ अभद्रता करने पर उतारू थे,और सरेआम हम दोनों को जान से मारने की धमकी दे रहे थे
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) February 14, 2022
कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं और वकीलों की नारेबाजी के जवाब में राजभर समर्थक भी ओपी राजभर के नाम का नारा बुलंद करने लगे।
देखते ही देखते कचहरी परिसर में एक तरफ से 'जय श्री राम' के नारे लगने लगे और दूसरी तरफ से जय सुहैलदेव के नारे लगने लगे। नारेबाजी के इस वाकयुद्ध से पूरे परिसर का माहौल तनावपूर्ण होने लगा और पल भर में पूरा कचहरी परिसर गर्म हो उठा।
कथित तौर पर विरोधी पक्ष ने ओपी राजभर के खिलाफ जबरदस्त हूटिंग की तो राजभर समर्थक जय सुहेलदेव के नारे लगाते हुए आमने-सामने आ गये। यह तो शुक्र हो वाराणसी प्रशासन का, भारी पुलिस बल के कारण पूरा कचहरी परिसर छावनी में बदल गया था, नहीं तो किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति हो सकती थी।
ओमप्रकाश राजभर ने इस घटना के बाद वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी से अपने लिए और अपने बेटे अरविंद राभर के लिए सुरक्षा की मांग की।
बेटे के नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुभासपा अध्यक्ष ने कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ वकीलों पर अमर्यादित नारेबाजी का आरोप लगाया। राजभर ने कहा कि बनारस में यह सब बीजेपी के इशारे पर हुआ। पार्टी इस मामले में चुनाव आयोग में शिकायत करेगी।