खालिस्तान समर्थक सामग्री प्रसारित करने वाले छह यूट्यूब चैनल ब्लॉक किए गए, केंद्र के निर्देश पर हुई कार्रवाई
By भाषा | Published: March 10, 2023 08:34 PM2023-03-10T20:34:33+5:302023-03-10T20:36:24+5:30
बीते कुछ दिनों में पंजाब में खालिस्तान समर्थक गतिविधियां बढ़ गई हैं। खालिस्तान समर्थक गुट ऑस्ट्रेलिया में भी भारत विरोधी गतिविधियां लगातार जारी रखे हुए हैं। भारत सरकार इसे लेकर चिंतित है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के भारत दौरे के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ये मुद्दा उठाया था।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के अनुरोध के 48 घंटों के अंदर कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने वाले कम से कम छह यूट्यूब चैनल ‘ब्लॉक’ किये गए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने बताया कि विदेशों से संचालित किये जा रहे छह से आठ यूट्यूब चैनल पिछले 10 दिनों में ‘ब्लॉक’ किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाबी भाषा में सामग्री परोसने वाले ये चैनल सीमावर्ती राज्य में संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे थे। हाल ही में, खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के जत्थेदार अमृतपाल सिंह के समर्थकों द्वारा पंजाब के अजनाला में एक पुलिस थाने पर हमला करने के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई है। थाने पर हमला करने आए अमृतपाल सिंह के समर्थक हथियारों से लैस थे और वे अपने एक साथी की रिहाई की मांग कर रहे थे। इस घटना के बाद पंजाब में तनाव बढ़ गया था।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि चैनल को ‘ब्लॉक’ करने के संबंध में सरकार के अनुरोध पर यूट्यूब 48 घंटों के अंदर कार्रवाई कर रहा है। बताया गया कि सरकार ने यूट्यूब से आपत्तिजनक सामग्री की स्वत: पहचान करने और इसे ‘ब्लॉक’ करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और गणितीय पद्धति का उपयोग करने का आग्रह किया है। हालांकि यूट्यूब को सरकार का ये आग्रह मानने में परेशानी भी हो रही है क्योंकि आपत्तिजनक सामग्री क्षेत्रीय भाषाओं में ‘अपलोड’ की जा रही हैं। ऐसे में यूट्यूब के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जांच करने में मुश्किल आ रही है क्योंकि सामग्री की जांच करने के लिए लगाई गई प्रणाली अंग्रेजी भाषा पर आधारित है।
बता दें कि बीते कुछ दिनों में पंजाब में खालिस्तान समर्थक गतिविधियां बढ़ गई हैं। खालिस्तान समर्थक गुट ऑस्ट्रेलिया में भी भारत विरोधी गतिविधियां लगातार जारी रखे हुए हैं। भारत सरकार इसे लेकर चिंतित है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के भारत दौरे के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ये मुद्दा उठाया था