इंफाल: जातीय हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में एक बार फिर पश्चिमी इंफाल जिले के दो गांवों में हथियारों और बमों से लैश कुकी उग्रवादियों ने हमला किया। कुकी उग्रवादियों के इस हमले के बाद तनाव एक बार फिर बढ़ने की आशंका है। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर का दौरा किया था और कई सामाजिक संगठनों से मिलकर शांति की अपील की थी।
अब कुकी उग्रवादियों के हमले और राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करने की घटनाओं के बाद अमित शाह ने फिर से मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया, "मणिपुर के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि इंफाल-दीमापुर, एनएच-2 राजमार्ग पर लगे अवरोधों को हटा लें, ताकि भोजन, दवाइयां, पेट्रोल/डीजल और अन्य आवश्यक वस्तुएं लोगों तक पहुंच सकें। मैं यह भी अनुरोध करता हूं कि नागरिक समाज संगठन आम सहमति बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। हम सब मिलकर ही इस खूबसूरत राज्य में सामान्य स्थिति बहाल कर सकते हैं।"
बता दें कि हथियारों और बमों से लैश कुकी उग्रवादियों के ताजा हमले के बारे में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि शुक्रवार को कांगपोकपी जिले की सीमा से सटे इंफाल पूर्व के फयेंग इलाके में भारी गोलीबारी में कम से कम 16 लोग घायल हो गए। इस हमले में 16 लोग गायल हो गए। फयेंग और कांगचुप चिंगखोंग दो गांवों में तैनात राज्य पुलिस और मणिपुर राइफल्स के कर्मियों ने जवाबी कार्रवाई भी की। देर रात चार घंटे से भी अधिक समय तक दोनों तरफ से भयंकर गोलीबारी हुई।
जातीय हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में शांति स्थापित करने की कोशिशों में सफलता मिलती भी दिखी थी। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर का दौरा किया था और कई सामाजिक संगठनों से मुलाकात की थी। अमित शाह ने विद्रोहियों से हथियार छोड़कर शांति का मार्ग अपनाने की अपील की थी। अमित शाह की अपील के बाद राज्य के विभिन्न स्थानों पर विद्रहियों द्वारा 140 से ज्यादा खतरनाक हथियार सरेंडर किए गए। इन हथियारों में एक 47 राइफल, असाल्ट राइफल और अन्य घातक हथियार शामिल हैं। गृह मंत्री ने सभी से हथियार डालने की अपील करते हुए कहा था कि यदि एसओओ समझौते का कोई उल्लंघन होता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।