बाढ़ प्रभावित केरल में स्थिति सामान्य हुई, मरने वालों की संख्या 104 पहुंची
By भाषा | Published: August 16, 2019 05:45 AM2019-08-16T05:45:44+5:302019-08-16T05:45:44+5:30
केरल में निर्बाध रूप से जारी बारिश के बाद सूरज के निकलने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में गुरूवार को कुछ राहत मिली और कई निचले इलाकों से पानी कम हो गया जिससे राज्य में स्थिति सामान्य होनी शुरू हो गयी है ।
तिरूवनंतपुरम, 15 अगस्त: केरल में निर्बाध रूप से जारी बारिश के बाद सूरज के निकलने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में गुरूवार को कुछ राहत मिली और कई निचले इलाकों से पानी कम हो गया जिससे राज्य में स्थिति सामान्य होनी शुरू हो गयी है । इस बीच प्रदेश में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 104 हो गयी है जबकि 34 अन्य लापता है । देश के इस दक्षिणी राज्य में बारिश की तेजी में कमी आयी है और प्रदेश के सभी 14 जिलों में से किसी में भी ‘रेड अलर्ट’ जारी नहीं किया गया है ।
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश के कन्नूर एवं कासरगोड़ जिले में गुरूवार को ‘आरेंज अलर्ट’ जारी किया गया (इसका मतलब है कि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है) जबकि इडुक्की, कन्नूर और कसारगोड में शुक्रवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ (तेज बारिश) जारी किया गया है । वायनाड के पुथुमाला एवं मलप्पुरम के कवलप्पारा में तलाश अभियान जारी है, जहां पिछले हफ्ते एक के बाद एक हुयी भूस्खलन की कई घटनाओं के कारण दो गांव जमींदोज हो गये थे, जिनके बारे में यह माना जा रहा है कि वहां लोग जिंदा दफन हो गए थे ।
पुथुमाला में यह तुलनात्मक रूप से एक धूप वाला दिन था, जहां मिट्टी हटाने वाले मशीन और खोजी श्वान दस्ते को लापता लोगों को ढूंढने के लिए लगाया गया है । कवलप्परा में तलाश अभियान के लिए ड्रोन को लगाया गया है । दोपहर तीन बजे तक सरकार की ओर से जारी अद्यतन रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन से 104 लोगों की मौत हो गयी है ।
गौरतलब है कि लोगों ने कई स्थानों पर अपने अपने घरों की ओर लौटना शुरू कर दिया है हालांकि, 1,057 राहत शिविरों में अब भी 1,75,373 लोग शरण लिए हुए हैं। उतरी मलप्पुरम जिले में गुरूवार को मरने वालों की संख्या बढ़ कर 43 तक पहुंच गयी है जो सबसे अधिक है । जिले में 28 लोग अब भी लापता हैं ।
इसके बाद कोझीकोड़ में 17 वायनाड में 12 जबकि कन्नूर और त्रिशूर में नौ नौ लोगों की मौत हुई है जबकि वायनाड में सात लोग लापता हैं । सरकार के आकंड़ों के अनुसार कुल 11 हजार 901 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 1115 पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं ।