सिक्किम: 25 साल की पवन चामलिंग सरकार को उखाड़ फेंका सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने, जानें नए CM पीएस गोले के बारे में

By आदित्य द्विवेदी | Published: May 27, 2019 08:46 AM2019-05-27T08:46:48+5:302019-05-27T08:46:48+5:30

2019 विधानसभा चुनाव में एसकेएम ने सिक्किम पर 25 साल तक शासन करने वाले एसडीएफ के पवन कुमार चामलिंग को सत्ता से बाहर कर दिया है।

Sikkim Kratikari Morcha PS Golay sworn as Chief minister of sikkim, all you need to know | सिक्किम: 25 साल की पवन चामलिंग सरकार को उखाड़ फेंका सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने, जानें नए CM पीएस गोले के बारे में

प्रेम सिंह तमांग उर्फ पीएस गोले (फाइल फोटो)

Highlightsसिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में कुल 32 सीटों में से 17 सीटों पर जीत हासिल की है।आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे पीएस गोले नाम से प्रसिद्ध प्रेम सिंह तमांग

सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के अध्यक्ष पी एस गोले के नाम से प्रसिद्ध प्रेम सिंह तमांग सोमवार को सिक्किम के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि 51 वर्षीय गोले को सोमवार सुबह 10 बजे राज्यपाल गंगा प्रसाद पालजोर स्टेडियम में मुख्यमंत्री के पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण में उनके मंत्रि परिषद के कुछ सदस्य भी शामिल होंगे। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में कुल 32 सीटों में से 17 सीटों पर जीत मिली थी जबकि 15 सीटों पर सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) ने जीत हासिल की थी।

राज्यपाल ने ली कानूनी सलाह

शनिवार को एसकेएम सुप्रीमो गोले अपने 17 नवनिर्वाचित विधायकों के साथ राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने कहा कि वो इस मामले में कानूनी राय लेंगे क्योंकि गोले 2016 के भ्रष्टाचार के एक मामले में 1 साल की सजा काट चुके हैं। कानूनी सलाह लेने के बाद राज्यपाल ने गोले को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।

कैसे बनी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा

प्रेम सिंह तमांग उर्फ पीएस गोले सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के दिग्गज नेता और विधायक थे। वो सिक्किम की पवन चामलिंग सरकार में मंत्री भी थे। साल 2009 में उन्होंने चामलिंग की आलोचना करना शुरू कर दिया। 4 फरवरी 2013 को सिक्किम के सोरेंग में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा का गठन किया। इसकी पहली अध्यक्ष बनी भारती शर्मा। इसके बाद सितंबर 2013 में पीएएस गोले के हाथ में एसकेएम की कमान सौंप दी गई और उन्हें पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।

कई दिग्गजों ने किया समर्थन

2014 विधानसभा चुनाव में एसकेएम सभी 32 सीटों पर चुनाव लड़ी और 10 सीटों पर जीत हासिल हुई। एसकेएम को सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री नार बहादुर भंडारी ने भी बिना शर्त समर्थन दिया था और 2014 में पार्टी की जीत में सक्रिय भूमिका निभाई थी। बीबी गुरुंग ने भी एसकेएम को अपना समर्थन दिया था।

चामलिंग को किया सत्ता से बाहर

2019 विधानसभा चुनाव में एसकेएम ने सिक्किम पर 25 साल तक शासन करने वाले एसडीएफ के पवन कुमार चामलिंग को सत्ता से बाहर कर दिया है। चामलिंग दिसंबर 1994 से सूबे के मुख्यमंत्री थे। चामलिंग ने रविवार को कहा कि वह जनादेश का सम्मान करते हैं और विपक्षी नेता की भूमिका निभाने को तैयार हैं।

सिक्किमः कुछ जरूरी बातेंः-

- सिक्किम भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण राज्य है क्योंकि यहां चीन, नेपाल, भूटान और तिब्बत की सीमाएं लगती हैं।

- सिक्किम राज्य की आबादी 6 लाख 48 हजार है। यहां मतदाताओं की संख्या 3 लाख 70 हजार है जिसमें महिला वोटर एक लाख 79 हजार हैं।

- सिक्किम में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट पिछले 25 साल से सत्ता पर काबिज थी। 2014 विधानसभा चुनाव में इस पार्टी को 22 सीटें मिली थीं वहीं 2009 चुनाव में एसडीएफ ने सभी 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी।  

Web Title: Sikkim Kratikari Morcha PS Golay sworn as Chief minister of sikkim, all you need to know

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