कश्मीर में पाक की आतंकी चाल नाकाम, 96 घंटे में 12 आतंकियों का काम तमाम

By निखिल वर्मा | Published: June 10, 2020 10:29 AM2020-06-10T10:29:53+5:302020-06-10T10:33:15+5:30

जम्मू-कश्मीर 1990 के दशक से ही आतंकवाद प्रभावित इलाका बन गया है. पिछले चार सालों में यहां सेना ने सैकड़ों आतंकियों को ढेर किया है. हालांकि दक्षिण कश्मीर का शोपियां जिला अब भी आतंकवाद प्रभावित है.

shopian encounter 3 terrorists killed by Indian Army jammu kashmir | कश्मीर में पाक की आतंकी चाल नाकाम, 96 घंटे में 12 आतंकियों का काम तमाम

कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ हाल के दिनों सेना को लगातार सफलता मिली है (लोकमत फाइल फोटो)

Highlightsजम्मू-कश्मीर में इस साल सेना ने 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया हैईद के बाद आतंकियों की सफाई का काम तेज हुआ है, पिछले दस दिनों में दो दर्जन आतंकी ढेर हुए हैंजम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया है कि इस साल 280 लोगों की गिरफ्तार भी किया गया है

जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार को तीन आतंकवादी मारे गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां के सुगू इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सटीक सूचना मिलने के बाद सुबह इलाके की घेराबंदी की गई और तलाश अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। पिछले 96 घंटे में शोपियां जिले में सुरक्षा बलों ने 12 आतंकियों को ढेर कर दिया है।

शोपियां में चार दिन में यह तीसरी मुठभेड़ है। रविवार और सोमवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ों में हिज्बुल मुजाहिदीन के नौ आतंकवादी मारे गए थे। सेना की सफलता पाकिस्तान के लिए करारा झटका है। 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू सोमवार को कहा था कि  कश्मीर घाटी में शांति से पाकिस्तान “नाखुश” है क्योंकि वह चाहता है कि यह सुलगता रहे इसलिये वह हथियारबंद आतंकवादी और गलत सूचनाएं भेजता रहता है। दक्षिण कश्मीर में 100 स्थानीय और 25 विदेशी आतंकी सक्रिय हैं।

जम्मू-कश्मीर में इस साल सुरक्षा बल 101 आतंकवादियों को ढेर कर चुके हैं और दक्षिण कश्मीर में 125 और आतंकियों को मार गिराने पर केन्द्रित कर रहे हैं, जिनमें 25 विदेशी शामिल हैं। लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने कहा कि फिलहाल यहां सक्रिय आंतकवादियों की सटीक संख्या बताना मुश्किल है। 

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस साल की शुरुआत से केंद्र शासित प्रदेश में मारे गए आतंकवादियों की कुल संख्या 101 हो गई है, लेकिन सुरक्षा बलों को आतंकवाद-रोधी अभियानों के दौरान शांति बनाए रखने के अपने प्रयासों की भारी कीमत चुकानी पड़ी है। इस दौरान कई अधिकारियों सहित 29 सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए। इसके अलावा आतंकवादियों ने 11 निवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी। 

जम्मू-कश्मीर में मार्च में आतंकवाद रोधी अभियानों की रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी थी, लेकिन अप्रैल में इन्होंने जोर पकड़ लिया। अप्रैल में 29 आतंकवादी मारे गए। मई में 15 और जून के शुरुआती दस दिन में इतने ही आतंकवादियों को ढेर किया गया। जनरल राजू ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सफलता इन अभियानों में शामिल सभी एजेंसियों के पेशेवर होने के कारण मिली है। 

जनरल राजू से जब द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) के उभरने के बार में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''टीआरएफ नाम का कोई संगठन नहीं है। यह सोशल मीडिया पर मौजूद गुट है, जो घाटी में होने वाली किसी भी तरह की हर घटना का श्रेय लेने का प्रयास करता है। इस पर नजर रखी जा रही है। हम इसे खत्म करने के लिये उचित कार्रवाई कर रहे हैं। 

Web Title: shopian encounter 3 terrorists killed by Indian Army jammu kashmir

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