Corona: इंदौर में एक दिन में 17 मामले सामने आने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शेयर किया वीडियो मैसेज, जानें क्या कहा
By सुमित राय | Published: March 31, 2020 03:14 PM2020-03-31T15:14:01+5:302020-03-31T15:14:01+5:30
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे डॉक्टर्स, नर्सेस, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी, निगमकर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और समाजसेवी इस महामारी से मिलकर लड़ रहे हैं।
इंदौर में मंगलवार को 17 नए मामले सामने आने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है और लोगों से COVID19 से सावधान रहने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तीन बार स्वच्छता में अव्वल रहने वाला शहर कोरोना को भी हराएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मित्रों, कोविड-19 को हराने का सबसे प्रभावी उपाय है पूरी तरह लॉकडाउन, संपर्क की कड़ी को ही तोड़ दें। लक्ष्मण रेखा किसी भी हाल में न लांघें। प्रशासन आप तक सभी जरूरी वस्तुएं पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। अपने लिए, अपनों के लिए, बच्चों, माता-पिता, प्रियजनों के लिए घर में रहें, डरने और घबराने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, हमारे डॉक्टर्स, नर्सेस, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी, निगमकर्मी, रेवेन्यू का अमला, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, समाजसेवी इस महामारी से मिलकर लड़ रहे हैं। कोरोना हारेगा और इंदौर जीतेगा। समस्या बड़ी है, लेकिन हमारा हौसला उससे भी बड़ा है।'
इंदौर के मेरे बहनों-भाइयों, इंदौर हमारे सपनों का शहर है!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 31, 2020
आप सभी की जागरुकता के कारण ही यह शहर तीन बार सबसे स्वच्छ शहरों की सूची में पहले स्थान पर आया है।
आज हमारा प्यारा शहर #COVID19 के संक्रमण से लड़ रहा है।
हमें #Corona को हर हाल में हराना है! pic.twitter.com/Eph3hMRF29
बता दें कि मंगलवार को इंदौर में 17 मामले सामने आने के बाद मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 65 हो गई। इनमें इंदौर के सर्वाधिक 44 लोग शामिल हैं। इनके अलावा, जबलपुर के आठ, उज्जैन के पांच, भोपाल के 4 और शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो लोगों में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
राज्य में कोरोना वायरस से पांच लोगों की मौत हो गई है। इंदौर में 49 वर्षीय महिला के सोमवार रात दम तोड़ने के बाद राज्य में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की मौत की तादाद बढ़कर पांच पर पहुंच गयी है। इनमें से तीन इंदौर शहर के निवासी थे और दो लोग उज्जैन के थे।