'भाजपा से यही उम्मीद थी, अब कार्यकर्ता देंगे मुझे सुरक्षा...डिंपल की जीत और बड़ी होगी', सुरक्षा घटाने पर शिवपाल यादव की दो टूक
By विनीत कुमार | Published: November 29, 2022 10:47 AM2022-11-29T10:47:58+5:302022-11-29T10:52:26+5:30
शिवपाल सिंह यादव ने अपनी सुरक्षा को घटाए जाने को लेकर कहा है कि उन्हें भाजपा से ऐसी ही उम्मीद थी। मैनपुरी में होने वाले उपचुनाव से पहले अखिलेश यादव के साथ उनके सुधरते रिश्ते के बीच सुरक्षा श्रेणी को घटाकर 'जेड' से 'वाई' किया गया है।
लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अपनी सुरक्षा ‘जेड श्रेणी’ से घटाकर ‘वाई श्रेणी’ किए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर पलटवार किया है। शिवपाल यादव ने कहा कि भाजपा से ऐसे ही उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि अब उनके कार्यकर्ता सुरक्षा देंगे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार शिवपाल सिंह यादव ने कहा, 'भाजपा से यही उम्मीद थी। अब मेरे कार्यकर्ता और लोग मुझे सुरक्षा देंगे। मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल यादव की जीत और भाजपा उम्मीदवार की हार और बड़ी होगी।'
This was expected of the BJP. Now my workers and people will provide me security. Dimple's (Yadav) victory (in Mainpuri by-polls) and BJP candidate's loss will be even bigger: MLA & PSP chief Shivpal Yadav on his security downgraded from Z category to Y category#UttarPradeshpic.twitter.com/P8d351NdfD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 29, 2022
इससे पहले मंगलवार को सपा ने भी सरकार के फैसले को लेकर भाजपा पर सवाल उठाए थे। सपा ने एक ट्वीट में कहा था, मैनपुरी चुनाव में मतदान के पूर्व शिवपाल सिंह यादव जी की सुरक्षा कम करना और रिवर फ्रंट की जांच का बंद पिटारा फिर से खोलना मैनपुरी में भाजपा की शर्मनाक हार और सत्ता के दुरुपयोग का स्पष्ट उदाहरण और चित्रण है, लेकिन भाजपा सत्ता के बल पर गुंडागर्दी ज्यादा दिन नहीं कर पाएगी।’
इससे पहले सोमवार की रात सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी शिवपाल यादव की सुरक्षा श्रेणी को कम किये जाने को आपत्तिजनक बताया था जिस पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा कि शिवपाल सिंह यादव को भतीजे अखिलेश यादव और सपा के अपराधियों से खतरा था अब दोनों (चाचा-भतीजा) में मिलाप हो गया है तो सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा टल गया है।
मैनपुरी में उपचुनाव से पहले घटाई गई सुरक्षा
राज्य सरकार का शिवपाल की सुरक्षा में कटौती का फैसला शिवपाल और अखिलेश के बीच मतभेद समाप्त होने और एक बार फिर हाथ मिलाने के बाद सामने आया है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मैनपुरी संसदीय क्षेत्र और रामपुर एवं खतौली विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनावों के बीच राज्य सरकार ने प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा ‘जेड श्रेणी’ से घटाकर ‘वाई श्रेणी’ कर दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यादव की सुरक्षा का स्तर घटाये जाने की सोमवार को पुष्टि की थी।
साल 2018 में शिवपाल सिंह यादव को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गयी थी। ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं जिनमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षा गार्ड) भी होते हैं, जबकि ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) के चार से पांच कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षाकर्मी तैनात किये जाते हैं।
पिछले महीने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा के गढ़ मैनपुरी में उपचुनाव जरूरी हो गया था। चाचा-भतीजा (शिवपाल और अखिलेश) जिनके बीच 2016 में आपसी विवाद के बाद लंबे समय से अच्छे संबंध नहीं थे, एक बार फिर से एक साथ आए हैं और डिंपल की जीत को मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि बताते हुए सीट बरकरार रखने की कोशिश में लगे हैं।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि एक रणनीतिक कदम के तहत भाजपा ने डिंपल यादव के खिलाफ शिवपाल यादव के करीबी माने जाने वाले रघुराज सिंह शाक्य को कथित तौर पर परिवार में दरार का फायदा उठाने की उम्मीद में मैदान में उतारा, लेकिन यादव परिवार की एकजुटता के चलते यह समीकरण कारगर होते नहीं दिखा। शिवपाल का समर्थन इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि उनका जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है और वे वहां के लोकप्रिय नेता हैं।
(भाषा इनपुट)