Gyanvapi Mosque Case: 'शिवलिंग' को 'तमाशा' नहीं कह सकते, आस्था का विषय, सपा नेता अखिलेश और राजस्थान सीएम गहलोत पर बरसे कांग्रेस नेता कृष्णम
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 23, 2022 06:29 PM2022-05-23T18:29:00+5:302022-05-23T18:30:10+5:30
Gyanvapi Mosque Case: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, ''ज्ञानवापी मस्जिद बहुत पुरानी है। ये भाजपा द्वारा जानबूझकर की जा रही साजिश है। भाजपा के अदृश्य सहयोगी जो समय-समय पर बाहर निकल कर आते है और जानबूझकर नफरत के बीज बोते हैं।''
Gyanvapi Mosque Case: कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने ज्ञानवापी प्रकरण पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला किया। कृष्णम ने कहा कि किसी भी समुदाय के खिलाफ ऐसी बात नहीं करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सपा नेता अखिलेश यादव हो या राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, 'शिवलिंग' को 'तमाशा' नहीं कहा जा सकता, यह आस्था का विषय है। दुर्भाग्य से, हमारी पार्टी के कुछ नेता खुद को अधिक उदार दिखाने की कोशिश में 'शिवलिंग' का मजाक उड़ा रहे हैं।
Be it SP leader Akhilesh Yadav or Rajasthan CM Ashok Gehlot, 'Shivling' cannot be termed as 'Tamasha', this is a matter of faith. Unfortunately, some leaders of our party in an attempt to show themselves as more liberal are making fun of 'Shivling':Congress leader Pramod Krishnam pic.twitter.com/hOLbGirNCr
— ANI (@ANI) May 23, 2022
अखिलेश यादव ने ज्ञानवापी प्रकरण को मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया था। सपा मुखिया ने वाराणसी के ज्ञानवापी विवाद पर कहा, ''ज्ञानवापी मस्जिद बहुत पुरानी है। ये भाजपा द्वारा जानबूझकर की जा रही साजिश है। भाजपा के अदृश्य सहयोगी जो समय-समय पर बाहर निकल कर आते है और जानबूझकर नफरत के बीज बोते हैं।''
गौरतलब है कि दिल्ली निवासी राखी सिंह व वाराणसी की रहने वाली पांच अन्य महिलाओं की याचिका पर वाराणसी की स्थानीय अदालत ने ज्ञानवापी—श्रृंगार गौरी परिसर में वीडियोग्राफी—सर्वे के आदेश दिये थे। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अदालत के इस फैसले को पूजास्थलों सम्बन्धी वर्ष 1991 के कानून का उल्लंघन करार दिया है। बहरहाल, यह सर्वे सोमवार को सम्पन्न हुआ था।
समाजवादी पार्टी के स्थानीय सांसद डॉ. शफीकुर रहमान बर्क ने वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में एक ‘शिवलिंग’ की बरामदगी के दावों को झूठा प्रचार करार देते हुए सभी बुद्धिजीवियों और विपक्षी दलों से इसकी प्रभावी जांच के लिए आगे आने को कहा।
सांसद बर्क ने कहा कि बाबरी मस्जिद हमसे छीन ली गई और इसकी जगह राम मंदिर बना दिया गया। उन्होंने कहा कि यह नाइंसाफी कम नहीं थी, लेकिन अब ज्ञानवापी मस्जिद का मामला सामने है। सांसद ने सवाल किया कि मुसलमान कोई अपनी मस्जिद बनाएगा, तो गैर इस्लामिक काम क्यों करेगा?
हिन्दू पक्ष ने मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया है, जिसे मुस्लिम पक्ष ने यह कहते हुए खारिज किया है कि जिसे शिवलिंग कहा जा रहा है वह वजूखाने के फौव्वारे का हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘‘इस्लाम मूर्ति पूजा के खिलाफ है, यहां तक हुक्म है की हम मस्जिद को जबरदस्ती किसी की जमीन पर कब्जा करके नहीं बना सकते। ज्ञानवापी मस्जिद की हौज मैं ‘शिवलिंग’ होने का झूठा प्रचार किया जा रहा है।’’ सांसद ने कहा कि इस नफरत की आग को नहीं बुझाया गया, तो मुल्क झुलस जाएगा।
(इनपुट एजेंसी)